Hindi, asked by shivanshraj00, 10 months ago

'वीडियो गेम्स' न खेलने की सलाह देते हुए मां और पुत्र के बीच संवाद। PLS DO FAST I WILL MARK FIRST CORRECT ANSWER AS BRAINLEIST

Answers

Answered by bhatiamona
1

वीडियो गेम्स' न खेलने की सलाह देते हुए मां और पुत्र के बीच संवाद।

मां: पुत्र क्या कर रहे हो? जल्दी आओ |

पुत्र : क्या हुआ माँ , मैं वीडयो गेम्स खेल रहा हूँ|

मां: पुत्र मैंने तुम्हें कल समझाया था कि वीडियो गेम्स नहीं खेलनी है, इससे समय बरबाद है|

पुत्र : माँ , थोड़ी देर ही तो खेलता हूँ , माँ खेलने दो|

मां: पुत्र बात थोड़ी खेलने की नहीं होती है , बात कुछ सिखने की होती है , इस विडिओ गेम्स खेलने से कुछ सिखने को नहीं मिलता है|

पुत्र : माँ पर मेरे सभी दोस्त खेलते है |

मां: यह क्या बात हुई सब दोस्त खेलते है , जो सब करते है वही तुम भी करोगे क्या ?

मेरी यही सलाह है कि तुम वीडियो गेम्स नहीं खेलनी है|

पुत्र : ठीक है माँ |

मां: गेम्स खेलनी ही है तो , ऐसी खेलो जिससे तुम्हें कुछ सिखने को मिले और दिमाग भी लगे |

पुत्र : माँ मैंने समझ गया , अब नहीं खेलूँगा |

मां: शाबाश , आओ हम बहार बैडमिंटन खेलें|

▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬

संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...►

https://brainly.in/question/1207001

Ma or beti ke beech mae khaan-paan ko lekar samvaad lekhan

Answered by agrippa
2

Answer:

माँ: राजन, तुम्हें स्कूल से आये हुए दस मिनट भी नहीं हुए और मोबाइल  पकड़ कर बैठ गए| न ही तुमनें यूनिफार्म उतारी है और न ही हाथ मुँह धोया| तुम्हें न जाने कहाँ से ये फ़ोन पे गेम खेलने की लत लग गयी है, जब देखो तब सिर्फ  फ़ोन और गेम, ऐसा लगता है जैसे को और काम है ही नहीं  करने को|  

राजन : अरे माँ, आप क्या जानो  की मोबाइल गेम्स खेलने में कितना मजा आता है| आपके बचपन की तरह थोड़े ही की गली में कोई भी  

ऐरा गैरा  खेल खेलने लग गए|  

माँ : अच्छा  अपनी तुलना मेरे बचपन के दिनों से करने लगे |  

माँ: हम तो जो भी खेल  खेलते थे कम से काम उस  से शरीर की कसरत तो हो जाती थी, और साथ ही हमारे स्वस्थ्य पे भी कोई गलत असर नहीं पड़ता था|  

माँ : और तुम लोग आजकल जो ये मोबाइल गेम्स खेलते हो उस का  स्वस्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव ही पडता है, गेम से बच्चों के मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है और साथ ही उन में हिंसक प्रवृति भी पनपती है, जो घंटो मोबाइल गेम खलेते रहते हैं उन छोटे छोटे बच्चों की आँखों पर कम उम्र में ही चश्मा  चढ़ जाता है, ऋचा को ही देख लो, अभी  से ही बूढ़ों  जैसा चश्मा  पहनने लगी है.  

राजन : हाँ माँ, शायद आप ठीक कह रही हैं, पर क्या करू मोबाइल पर गेम खेलने में बहुत मजा आता है , ऐसा मन करता है की घंटो खेलता रहूँ|  

राजन : पर मै नहीं चाहता की मेरी आँखों पे चश्मा चढ़े इस लिए कल से सिर्फ आधे घंटे के लिए ही गेम खेलूँगा इस से ज्यादा नहीं|  

माँ: अहा! ये हुई न समझदार बच्चों जैसी बात, मेरे बेटे|

हुए अधिक जानें :

सरोजिनी नायडू की कहानी

https://brainly.in/question/6963343

सरवन कुमार की कहानी​

https://brainly.in/question/12650158

Similar questions