Hindi, asked by tarukohli9412, 8 days ago

वाग्यंत्र के अवयव है? a. दांत Ob. ओष्ठ C. कंठ d. उपरोक्त सभी​

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Answered by ssinga768
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Answer:

जिह्वा अथवा जीभ (Tongue) (इसको जिह्वा-नोक, जिह्वा-अग्र, जिह्वा-मध्य, जिह्वा-पश्च आदि भागों में बाँटा जाता है। जिह्वा के किस भाग से स्वरों का उच्चारण हो रहा है, इसको लेकर अग्र स्वर, मध्य स्वर एवं पश्च स्वर भेद हो जाते हैं। इसी प्रकार व्यंजनों के उच्चारण में जिह्वा के विभिन्न भाग अपनी भूमिका का निर्वाह करते हैं।

Answered by UsmanSant
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वाग्यंत्र के अवयव है दांत, ओष्ठ, कंठ यानी उपरोक्त सभी। (विकल्प डी)

  • हर बार जब हम मुस्कुराते हैं, भौंकते हैं, बात करते हैं या खाते हैं, हम अपने मुंह और दांतों का उपयोग करते हैं। हमारे मुंह और दांत हमें अलग-अलग चेहरे के भाव बनाते हैं, शब्द बनाते हैं, खाते हैं, पीते हैं और पाचन की प्रक्रिया शुरू करते हैं।
  • वाणी के लिए मुख आवश्यक है। होठों और जीभ के साथ, दांत मुंह से हवा के प्रवाह को नियंत्रित करके शब्दों को बनाने में मदद करते हैं। कुछ आवाजें होने पर जीभ दांतों या मुंह की छत से टकराती है।
  • आपके दांत आपको शब्दों को बनाने और सही ढंग से उच्चारण करने की अनुमति देने में महत्वपूर्ण हैं। भाषण अत्यंत जटिल है और हम ध्वन्यात्मक ध्वनियाँ बनाने के लिए अपने दाँत, होंठ, जीभ और मुखर रस्सियों का उपयोग करते हैं।
  • इस प्रकार उपरोक्त सभी सही विकल्प है।

#SPJ2

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