“वाह भाई ! क्या आइडिया है । मूर्ति कपड़े नहीं बदल सकती, लेकिन चश्मा हर बार बदल कैसे जाता है?”
[नेताजी का चश्मा¹स्वयं प्रकाश] [Netaji Ka Chashma- Swayam Prakash]
i) प्रस्तुत कथन के वक्ता का परिचय दीजिए ।
ii) कस्बे से गुजरते समय हालदार साहब को क्या आदत पड़ गई थी?
iii) मूर्ति का चश्मा हर बार कौन और क्यों बदल देता था?
iv) ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ के माध्यम से लेखक ने क्या संदेश देने का प्रयास किया है?
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Explanation:
कस्बे से निकलते समय हालदार साहब को यह आदत पड़ गई थी कि मैं जब भी एक पान वाले की दुकान के अलावा से गुजरते तेज थे तो बेटा जी चश्मे को जरूर देखते नेताजी की चश्मे वाली मूर्ति को जरूर देखते थे
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