वाइमर गणराज्य का जन्म कैसे हुआ
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Answer: नवंबर १९१८ में प्रथम विश्वयुद्ध के पश्चात् यह गणराज्य जर्मन क्रांति की देन था। सन् १९१९ ई. में वाइमर में एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया जहाँ जर्मन राइख (शासन) के लिए नया संविधान लिखा गया और उसी वर्ष के ११ अगस्त को अपना लिया गया।
वाइमर गणराज्य का जन्म : वाइमर गणराज्य का जन्म बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में हुआ था। बीसवीं शताब्दी के आरंभ में जर्मन एक शक्तिशाली साम्राज्य था। उस समय उसने ऑस्ट्रियाई साम्राज्य के साथ मिलकर मित्र राष्ट्रों जैसे इंग्लैंड, फ्रांस और रूस के खिलाफ पहला विश्व युद्ध लड़ा था। विश्व युद्ध में दुनिया की बड़ी बड़ी महान शक्तियां अपने लाभ के कारण कूद गई लेकिन युद्ध लंबा खिंच गया और इस युद्ध में पूरे यूरोप को आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया। हालांकि फ्रांस और बेल्जियम पर समय जर्मनी ने कब्जा कर लिया था लेकिन अमेरिका के युद्ध में शामिल होने पर विरोधी खेमा ताकतवर हो गया और जर्मनी को मित्र राष्ट्रों के सामने हार माननी पड़ी।
जर्मनी की पराजय और वहाँ के सम्राट पद से हट जाने के बाद जर्मन की सारी पार्टियों को जर्मन राजनीतिक व्यवस्था को सही सांचे में डालने के लिए यह अच्छा अवसर मिला। इसी सिलसिले में वाइमर में एक राष्ट्रीय सभा की बैठक बुलाई गई और संघीय आधार पर एक लोकतांत्रिक संविधान तैयार किया गया और इसी के आधार पर वाइमर गणराज्य का जन्म हुआ।