Hindi, asked by mkc2502, 1 year ago

'विज्ञान : वरदान या अभिशाप' पर निबंध

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Answered by Anonymous
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1. भूमिका:

विज्ञान का अर्थ है किसी विषय का विशेष और व्यवस्थित ज्ञान । विशेष ज्ञान के बल पर ही विशेष कार्य किये जाते हैं । तरह-तरह के आविष्कार तथा खोज विज्ञान के ही परिणाम हैं|

विज्ञान की दी हुई चीजों का उपयोग हम सुबह से लेकर नींद आने तक लगातार करते रहते हैं । यहाँ तक कि नींद आने के बाद भी विज्ञान हमें लाभ पहुँचाता रहता है । आज विज्ञान के बिना मनुष्य का जीवन सभ्य नहीं कहा जा सकता ।

2. विज्ञान से लाभ:

विज्ञान ने हमारे जीवन को कितना सुखी बना दिया है, यह कहने की आवश्यकता नहीं है । कपड़े-बुनने के कल-कारखाने अधिक अनाज उगाने के लिए हैकर तथा अन्य मशीनें, मकान बनाने के नये नये उपाय तथा औजार , ये सब विज्ञान ने हमारे लिए बनाये हैं ।

किसी समय लोग अकाल से मरने को मजबूर थे किन्तु आज किसी के भूख से मरने की खबर शायद ही कभी मिलती हो । आज शरीर ढँकने के लिए कपड़े सबके पास है । किसी समय बड़ी संख्या में हैजा प्लेग आदि बीमारियों से लोगों की मौत हो जाती थी ।

आज ये सब रोग विज्ञान के नियंत्रण में हैं । इन रोगों का आसानी से इलाज किया जा सकता है । इतना ही नहीं, विज्ञान ने हमारी दैनिक सुख सुवि धा की छोटी-छोटी चीजों के अलावा शिक्षा, सूचना, सम्पर्क यात्रा तथा शत्रुओं से रक्षा के अनेक उपाय और साधन हमें दिये हैं ।

सूई से लेकर कार, ट्रेन, विमान तथा अन्तरिक्ष यान और कृत्रिम उपग्रह तक विज्ञान के हाथों बन चुके हैं जिनका उपयोग हम प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जरूर करते हैं ।

3. हानी:

विज्ञान से जहाँ मनुष्य के इतने लाभ हुए हैं और जीवन सभ्य तथा सहज बन गया है, वहीं बन्दूक, बम, मिसाइल जहरीली गैसें आदि बनाकर मनुष्य को भारी नुकसान पहुँचाया है और भविष्य के प्रति भय भीत कर दिया है । आज पूरा संसार एटम बम के भय से काँप रहा है । प्रदूषण भी बढ़ा है और वायुमण्डल के ओजोनमंडल को भी नुकसान हुआ है ।

4. उपसंहार:

अत: विज्ञान एक तरफ मनुष्य के लिए वरदान है तो अत ओर अभिशाप भी । यह हम पर निर्भर करता है कि हम विज्ञान का प्रयोग करें ।

Hope it helps
Answered by duragpalsingh
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मानव समाज के विकास के साथ साथ शिक्षा मे विज्ञान का भी विकास हुआ | विज्ञान का उपयोग मनुष्य समाज ने अपने सांसारिक जीवन मे कई रूप में किया हैं|



विज्ञान एक वरदान  के रूप में : 


जीवन के सभी पहलुओ मे विज्ञान के अनगिनत लाभ हैं|परिवहन, चिकित्सा, संचार, अंतरिक्ष, शिक्षा , उद्योग आदि ऐसे अनेक क्षेत्र मे विज्ञान का अभूतपूर्व योगदान रहा हैं|आज विज्ञान के कारण ही,चिकित्सा के क्षेत्र मे कैंसर, हृदय रोग, मलेरिया आदि जैसी गंभीर बीमारियों का उपचार संभव हो पाया हैं| पोलियो ,खसरा, चेचक जैसी कई बीमारियों का टीकाकरण से रोकधाम विज्ञान द्वारा ही संभव हो पाया हैं|साईकल, रेल, कार, हवाईजहाज आदि के आविष्कार से ही आज दुनिया के किसी भी कोने मे  पहुँचना संभव हो पाया हैं|वर्तमान मे विज्ञान की सहयता से न केवल चंद्रमा अपितु मंगल  गृह पर भी मनुष्य द्वरा निर्मित यान पहुँच चुका हैं| दूरसंचार के क्षेत्र मे विज्ञान के आविष्कार जैसे टेलीफ़ोन, मोबाइलफोन ,इंटरनेट, वाय फाय इत्यादि की सहायता से विश्व मे किसी भी भाग मे रहने वाले व्यक्ति से बात की जा सकती हैं|



न्यूक्लियर पावर , बिजली, टेलिविजन, कम्प्युटर, सिनेमा, शिक्षा ,मनोरंजन आदि अनेक क्षेत्र हैं जहा मनुष्य समाज को विज्ञान ने अनेक लाभ प्रदान किए है|



विज्ञान एक अभिशाप  के रूप में   : 


 विज्ञान के जहाँ अनेक लाभ है,वहा कुछ दुष्प्रभाव भी हैं, जो हमारी जीवन  शैली के लिए अभिशाप साबित हो रहे हैं| आज विज्ञान ने मनुष्य के हाथो मे अनेक शक्तिशाली एवं घातक  हथियार थमा दिये हैं, जिनमें सम्पूर्ण विश्व का विनाश करने की ताकत हैं| प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध के काल में विज्ञान के दिये हुए हथियारो एवं मिसाईलो का प्रयोग विज्ञान के बुरे प्रभावों का एक उदाहरण हैं|जीवाश्म ईंधन जैसे पेट्रोल ,डीज़ल के अत्यधिक उपयोग से वायुमंडल मे ग्रीन हाउस गैसो की वृद्धि हो रही हैं जिससे सम्पूर्ण विश्व का तापमान धीरे धीरे बढ़ता जा रहा हैं|विज्ञान का विकास हमेशा ही मानव समाज को विकसित करने और मनुष्य को लाभ देने के लिए किया जाता रहा हैं|विज्ञान एक ऐसी देन हैं जिसका उपयोग वरदान के रूप मे करना हैं या अभिशाप के रूप मे यह बात केवल मनुष्य-समाज पर निर्भर हैं | यह हम सभी का परम कर्तव्य हैं की विज्ञान का उपयोग हम सावधानी और समझदारी से समाज के हित के लिए करे|              





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