विकास में ऋण की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
Answers
उत्तर :
विकास में ऋण की भूमिका :
ऋण के माध्यम से लोगों की आय बढ़ सकती है जिससे बहुत से लोग विभिन्न जरूरतों की पूर्ति के लिए सस्ती दरों पर कर्ज़ ले सके। वे फ़सल उगा सकते हैं, कोई कारोबार शुरू कर सकते हैं ,नए उद्योग लगा सकते हैं या वस्तुओं का व्यापार कर सकते हैं । इस तरह ऋण से लोगों के प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होगी और उनका जीवन स्तर ऊंचा होगा। उद्योगों और कृषि का विकास होने से उत्पादन में वृद्धि होती है जिससे देश का विदेशी व्यापार में बढ़ता है। अतः ऋण देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
Answer:
Solution
(i) प्रति व्यक्ति आय एवं राष्ट्रीय आय में वृद्धि देश के आर्थिक विकास में ऋण एक महत्त्वपूर्ण सकारात्मक भूमिका निभाता है। व्यापारी, उद्यमी किसान तथा आम जनता बैंकों से ऋण लेकर अपना आर्थिक विकास करने का प्रयास करते हैं। उनके आर्थिक विकास से प्रति व्यक्ति आय तथा राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है। (ii) रोजगार के सृजन तथा लघु एवं कुटीर उद्योगों के विकास में सहायक । ऋण लेकर व्यापारी अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने का प्रयास करता है, उद्यमी नये कारखाने लगाता है। जिसमें लोगों को रोजगार प्राप्त होता है। (iii) कृषि एवं कृषि आधारित आर्थिक गतिविधियों के विकास में सहयक । किसान अपने उत्पादन को बढ़ाता है इससे देश के खाद्यान्न की जरूरतों की पूर्ति होती है। (iv) आम जनता अपनी छोटी-मोटी आवश्यकताओं को पूर्ण करती है। आय बढ़ाने तथा आवास खरीदने के लएि लोग बैंकों से ऋण लेते हैं। (v) उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के लिए सफल छात्रों को अपनी शिक्षा को पूर्ण कर उत्तम रोजगार पाने में आज बैंक-ऋण बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। इस तरह ऋण आर्थिक विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।