वृक्षारोपण कार्यक्रम पर प्रतिवेदन
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वृक्षों से होने वाले इन्ही लाभों के कारण मनुष्य ने इनकी तेजी से कटाई की है| औद्योगिक प्रगति एवं वनोंमूलन इन दोनों के कारण पर्यावरण प्रदूषित हो गया है| वृक्ष पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने में सहायक होते हैं| मनुष्य अपने लाभ के लिए कारखानों की संख्या में वृद्धि करता रहा, किंतु उस वृद्धि के अनुपात में उसने पेड़ों को लगाने की ओर ध्यान ही नहीं दिया, इसके विपरीत उसने जमकर उनकी कटाई की|
इसके कुपरिणामस्वरुप पृथ्वी का पर्यावरण असंतुलित हो गया है| वृक्षारोपण पर्यावरण को संतुलित कर मानव के अस्तित्व की रक्षा करने के लिए आवश्यक है| एक मेज, एक कुर्सी, एक कटोरा फल और एक वायलन; भला खुश रहने के लिए और क्या चाहिए| विश्व के महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन ने अपने इस विचार को जिन महत्वपूर्ण चीजों से जोड़ा, उनमें से प्रत्येक चीज का पेड़ पौधों से संबंध होना इनकी उपयोगिता को दर्शाता है| अत: हमें अपने और पर्यावरण के हितेषी पेड़-पौधों के साथ मित्रवत व्यवहार करना चाहिए| उन्मूलन के कारण पिछले कुछ वर्षों में जलवायु प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो गई है| सामान्य मौसमी अभिवृत्तियों में किसी खास स्थान पर होने वाले विशिष्ट परिवर्तन को जलवायु परिवर्तन कहा जाता है| मौसम में अचानक परिवर्तन, फ़सल-चक्र का परिवर्तित होना, वनस्पतियों की प्रजातियों का लुप्त होना, तापमान में वृद्धि, हिमनदों का पिघलना तथा समुद्री जलस्तर में लगातार वृद्धि ऐसे सूचक है, जिनसे जलवायु परिवर्तन की परिघटना का पता चलता है|
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वृक्षारोपण कार्यक्रम पर प्रतिवेदन
स्पष्टीकरण:
वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ
द्वारा रिपोर्ट (आपका अच्छा नाम यहाँ)
(आपका क्षेत्र का नाम), 20 फरवरी 2020: हमारे स्कूल ने हमारे इलाके के विभिन्न हिस्सों में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक व्यापक वृक्षारोपण कार्यक्रम शुरू किया। छात्रों और शिक्षकों ने सुनियोजित तरीके से पौधे लगाने के लिए खाली जगहों और सड़कों को चुना। पौधे की आपूर्ति स्थानीय नगर निगम द्वारा की जाती थी। वनीकरण के संतुलन को बहाल करने के लिए अभियान को पूरी गंभीरता के साथ लिया गया। वैसे भी, प्रतिभागियों ने इसे एक बड़ी सफलता बनाने के लिए अत्यधिक उत्साही थे। छात्रों ने पौधे लगाए, और उन्हें निकाल दिया और पौधों को पानी पिलाया। कार्यक्रम के प्रत्येक चरण को प्रशासन के प्रतिनिधियों और स्थानीय वन विभाग के अधिकारियों द्वारा सराहा गया। कार्यक्रम ने आम जनता में भी काफी हलचल पैदा की। कार्यक्रम के अंत में, स्कूल ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के लिए एक संगोष्ठी आयोजित की।