वृक्षारोपण करने के लिए हमें क्या संकल्प करना चाहिए
Answers
Explanation:
वृक्ष मानव मित्र है | ये मानव को दैहिक , दैविक और भौतिक तीनो तापो से मुक्ति दिलाने में सहायक है | हमारे प्राचीन धर्मग्रन्थ और आज का विज्ञानं दोनों वृक्षों की महिमा का भरपूर गुणगान करते है | हमारे धर्मग्रन्थ तो वृक्षों को देवतुल्य समझते है | आज का विज्ञान भी यह साबित कर चूका है कि सबसे अधिक प्राणवायु (ऑक्सीजन) पीपल वृक्ष के से ही मिलता है | इसलिए हमारे देश में पीपल की पूजा की जाती है |तुलसी के मूल में तो भगवान विष्णु का वास माना जाता है | इसके तने , पत्तिया एवं बीज सभी रोगों के इलाज में प्रयुक्त होते है | यही कारण है कि तुलसी का पौधा प्राय: हिन्दूओ के घरो में पाया जाता है | इसी प्रकार अशोक की छाल एवं पत्तियों से भी अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियाँ बनाई जाती है | अपने नाम के अनुरूप हमारे शोरो का भी शमन करता है |
नीम की उपयोगिता तो अवर्णनीय है | इसका रस , गोंद , पती , फल , बीज ,तना सभी के सभी उपयोगी है | नीम के संबध में एक कहानी सूनी जाती है | यूनान देश के एक वैध ने भारतीय वैध की परीक्षा लेनी चाही | यूनानी वैध ने भारतीय वैध के पास अपने एक दूत को भेजा | पत्र में लिखा था “श्रीमान मै कुष्ट रोगी को भेज रहा हु | आप इसे ठीक कर वापस भेज दे | “|