वृक्षारोपण पर वृत्तांत लेखन शुद्ध हिंदी में
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वृक्षारोपण पर निबंध
वृक्ष हमारे लिए कई प्रकार से लाभदायक होते हैं| जीवों द्वारा छोड़े गए कार्बन डाइ-ऑक्साइड को ये जीवनदायिनी ऑक्सीजन में बदल देते हैं| इनकी पत्तियों, छालों एवं जड़ों से हम विभिन्न प्रकार की औषधियां बनाते हैं| इनसे हमें रसदार एवं स्वादिष्ट फल प्राप्त होते हैं| वृक्ष हमें छाया प्रदान करते हैं| इनके छाया में पशु-पक्षी ही नहीं, मानव भी चैन की सांस लेते हैं| जहां वृक्ष पर्याप्त मात्रा में होते है, वहां
वृक्षारोपण पर निबंध – Tree Plantation Essay in Hindi
इसके कुपरिणामस्वरुप पृथ्वी का पर्यावरण असंतुलित हो गया है| वृक्षारोपण पर्यावरण को संतुलित कर मानव के अस्तित्व की रक्षा करने के लिए आवश्यक है| एक मेज, एक कुर्सी, एक कटोरा फल और एक वायलन; भला खुश रहने के लिए और क्या चाहिए| विश्व के महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन ने अपने इस विचार को जिन महत्वपूर्ण चीजों से जोड़ा, उनमें से प्रत्येक चीज का पेड़ पौधों से संबंध होना इनकी उपयोगिता को दर्शाता है| अत: हमें अपने और पर्यावरण के हितेषी पेड़-पौधों के साथ मित्रवत व्यवहार करना चाहिए| उन्मूलन के कारण पिछले कुछ वर्षों में जलवायु प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो गई है| सामान्य मौसमी अभिवृत्तियों में किसी खास स्थान पर होने वाले विशिष्ट परिवर्तन को जलवायु परिवर्तन कहा जाता है| मौसम में अचानक परिवर्तन, फ़सल-चक्र का परिवर्तित होना, वनस्पतियों की प्रजातियों का लुप्त होना, तापमान में वृद्धि, हिमनदों का पिघलना तथा समुद्री जलस्तर में लगातार वृद्धि ऐसे सूचक है, जिनसे जलवायु परिवर्तन की परिघटना का पता चलता है|
Tree Plantation Essay in Hindi 300 Words
जलवायु कई कारणों से हुआ है, किंतु वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा के निरंतर बढ़ते रहने को सबसे बड़ा कारण माना जाता है| पृथ्वी पर आने वाली और सौर ऊर्जा की बड़ी मात्रा अवरक्त किरणों के रूप में पृथ्वी के वातावरण से बाहर चली जाती है| इस ऊर्जा की कुछ मात्रा ग्रीन हाउस गैसों द्वारा अवशोषित होकर पुन: पृथ्वी पर पहुंच जाती है, जिससे तापक्रम अनुकूल बना रहता है| ग्रीन हाउस गैसों में मीथेन, कार्बन डाई ऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड इत्यादि है| वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों का अच्छा होना है, किंतु जब इनकी मात्रा बढ़ जाती है, तो तापमान में वृद्धि होने लगती है| वृक्षारोपण के माध्यम से इस समस्या का काफी हद तक समाधान किया जा सकता है|
मनुष्य अपने विकास के लिए पेड़ों की कटाई एवं पर्यावरण का दोहन करता है| विकास एवं पर्यावरण एक-दूसरे के विरोधी नहीं है, अपितु एक-दूसरे के पूरक है| संतुलित एवं शुद्ध पर्यावरण के बिना मानव का जीवन कष्टमय हो जाएगा| हमारा अस्तित्व एवं जीवन की गुणवत्ता एक स्वास्थ्य प्राकृतिक पर्यावरण पर निर्भर है| विकास हमारे लिए आवश्यक है और इसके लिए प्राकृतिक संसाधनों का उपभोग आवश्यक है, किंतु ऐसा करते समय हमें सतत विकास की अवधारणा को अपनाने पर जोर देना चाहिए| सतत विकास एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते समय इस बात का ध्यान रखा जा सकता है कि भावी पीढ़ी की आवश्यकताओं में भी कटौती न हो| यही कारण है कि सतत विकास अपने शाब्दिक अर्थ के अनुरूप निरंतर चलता रहता है| सतत विकास में सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ-साथ इस बात का ध्यान रखा जा सकता है कि पर्यावरण भी सुरक्षित रहें| सतत विकास में आर्थिक समानता, लैंगिक समानता एवं सामाजिक समानता के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन भी निहित है|
Tree Plantation Essay in Hindi 400 Words
वर्ष 2030 तक विश्व की जनसंख्या के 8.3 अरब से अधिक हो जाने का अनुमान है, जिसके कारण उस समय भोजन एवं ऊर्जा की मांग 50% अधिक तथा स्वच्छ जल की मांग 30% अधिक हो जाएगी| भोजन, ऊर्जा एवं जल की इस बढ़ी हुई मांग के फलस्वरुप उत्पन्न संकट के दुष्परिणाम भी भयंकर हो सकते हैं|
विश्व मे आई औद्योगिक क्रांति के बाद से ही प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शुरू हो गया था, जो 19वीं एवं 20वीं शताब्दी में अपनी चरम सीमा को पार कर गया, कुपरिणामस्वरुप विश्व की जलवायु पर इस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा एवं प्रदूषण का स्तर इतना अधिक बढ़ गया की यह अनेक जानलेवा बीमारियों का कारक बन गया| इसलिए 20वीं शताब्दी में सयुंक्त राष्ट्र एवं अन्य वैश्विक संगठनों ने पर्यावरण की सुरक्षा की बात करनी शुरु की| पर्यावरण सुरक्षा के लिए वैश्विक संगठन द्वारा किए गए हर प्रयास में वृक्षारोपण पर विशेष जोर दिया जाता है| भारत सरकार भी विभिन्न राज्यों में वृक्षारोपण के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं पर कार्य कर रही है, इसके अतिरिक्त विभिन्न प्रकार के गैर सरकारी संगठन में वृक्षारोपण का कार्य
Answer:
क्षारोपण का अर्थ है अधिक से अधिक पेड़ लगाना। पेड़ हमारे पर्यावरण का हिस्सा और पार्सल हैं। पेड़ हमारे लिए कई तरह से उपयोगी हैं। वे हमें खाद्य पदार्थ, फल, दवाएं, लकड़ी, फूल, छाया आदि देते हैं। वे हमें ऑक्सीजन भी देते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं। वे पर्यावरण का संतुलन बनाए रखते हैं। वे हमें विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा, तूफान, चक्रवात आदि से बचाते हैं, लेकिन लोग पेड़ों को काटते हैं और हमारे अपने जीवन को खतरे में डालते हैं।
पेड़ों को काटने से मिट्टी को गंभीर नुकसान होता है। यह ग्लोबल वार्मिंग का कारण भी बनता है जो निकट भविष्य में मानव को होने वाले कष्टों का एक गंभीर कारण हो सकता है। पेड़ हमारे सबसे अच्छे दोस्त हैं। इसलिए, हमें पेड़ों को यादृच्छिक रूप से काटना और उपयोग नहीं करना चाहिए। बल्कि हमें स्वस्थ, खुशहाल और बेहतर जीवन के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए।