वाक धन मय में जशत्व संधि का विधान क्यों नहीं किया जाता हैं
Answers
Answered by
1
xlgzktaitssylJTTngajfzjfzatiktwu
Answered by
1
Answer:
Jashtva Sandhi Sanskrit: जश्त्व सन्धि – ‘झलां जशोऽन्ते।’ सूत्र द्वारा पदान्त झल् प्रत्याहार के अन्तर्गत वर्षों (वर्ग के 1, 2, 3, 4 वर्ण तथा श् ष स ह वर्णों) के स्थान पर जश् (व्यंजन) (ज् ब् ग् ड् द्) वर्ण होते हैं। यथा –
जश्त्व संधि के उदाहरण – (Jastva Sandhi Sanskrit Examples)
वाक् + ईशः = वागीशः
जगत् + ईशः = जगदीशः
पष् + आननः = षडाननः
दिक् + अम्बरः = दिगम्बरः
अच् + अन्तः = अजन्तः
सुबन्तः + दर्शनम् = षड्दर्शनम्
दिक + गजः = दिग्गजः
I hope it is helpful for you. please mark it brainlist
Similar questions