Hindi, asked by aditya11031, 3 days ago

वाक्य पूर्तिं कुरुत- वाक्य- सिंहाः वनेषु​

Answers

Answered by angadyawalkar09
0

Answer:

संस्कृतभाषयां वाक्यप्रयोगं:

(क) विद्या  

वाक्य : सा विद्या या विमुक्तये।

(ख) तपः

वाक्य : ऋषि वने तप: करोति।

(ग) समाचरेत्

वाक्य : सर्वदा सत्यकर्म एव समाचरेत्।

(घ) परितोषः

वाक्य : तस्य वचनं श्रुतवा मम परितोष: भवति।

(ङ) नित्यम्

वाक्य : राकेश:  नित्यं पठति।

कुछ अतिरिक्त जानकारी :

यह प्रश्न पाठ नीति नवीनतम् - नीति वचन रूपी नवनीत से लिया गया है।  

नीतिनवीनतम् मनुस्मृति किस लोगों का संग्रह है जो सदाचार के लिए अत्यंत जरूरी है। इस पाठ में माता पिता तथा हमारे गुरुजनों को आदर और सेवा से खुश करने वाले मनुष्य को मिलने वाले फायदे को बताया गया है।  

इस पाठ में अच्छे रास्ते में चलने तथा बुरे कामो को त्यागने आदि शिष्टाचारों का भी वर्णन है।

इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :  

स्थूलपदान्यवलम्बय प्रश्ननिर्माणं कुरुत-(स्थूल पद का अवलम्बन करते हुए प्रश्न निर्माण कीजिए-)

(क) वृद्धोपसेविनः आयुर्विद्या यशो बलं न वर्धन्ते।

(ख) मनुष्य सत्यपूतां वाचे वदेत्।

(ग) त्रिषु तुष्टेषु सर्वं तपः समाप्यते।

(घ) मातापितारौ नृणां सम्भवे भाषया क्लेशं सहेते।

(ङ) तयोः नित्यं प्रियं कुर्यात्।।

brainly.in/question/17976837

अधोलिखितानि प्रश्नानाम् उत्तराणि पूर्णवाक्येन लिखत-(निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पूर्ण वाक्य में लिखिए)

(क) पाठेऽस्मिन् सुखदु:खयोः किं लक्षणम् उक्तम्?

(ख) वर्षशतैः अपि कस्य निष्कृतिः कर्तुं न शक्या?

(ग) "त्रिषु तुष्टेषु तपः समाप्यते" – वाक्येऽस्मिन् त्रयः के सन्ति?

(घ) अस्माभिः कीदृशं कर्म कर्तव्यम्?

(ङ) अभिवादनशीलस्य कानि वर्धन्ते?

(च) सर्वदा केषां प्रियं कुर्यात्?

Explanation:

Similar questions