विकलांग भी हमारे समाज का ही एक अंग है निबंध।
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विकलांग भी हमारे समाज का अंग हैं। उनकी सहायता करना हमारा परम कर्त्तव्य है। विकलांग का अर्थ ऐसे व्यक्ति से है जो किसी अंग के न होने अथवा उसके नकारा हो जाने पर एक सामान्य व्यक्ति के समान काम नहीं कर सकता। यदि कोई व्यक्ति का कोई अंग कुरूप है, यथा नाक का टेढ़ा होना चपटा होना आदि विकलांगता का सूचक नहीं।
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विकलांग भी हमारे समाज का अंग हैं। उनकी सहायता करना हमारा परम कर्त्तव्य है। विकलांग का अर्थ ऐसे व्यक्ति से है जो किसी अंग के न होने अथवा उसके नकारा हो जाने पर एक सामान्य व्यक्ति के समान काम नहीं कर सकता। यदि कोई व्यक्ति का कोई अंग कुरूप है, यथा नाक का टेढ़ा होना चपटा होना आदि विकलांगता का सूचक नहीं।
प्रत्येक वर्ष 3 दिसम्बर को विश्वभर में ‘अन्तर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस’ मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य है शारीरिक अथवा मानसिक रूप से अशक्त लोगों की सोच को सकारात्मक कर एवं उनके साथ-साथ समाज के सभी वर्गों की भागीदारी व सहयोग को प्रोत्साहन देकर उन्हें विकास की आम धारा में लाना ।