विखंडी खंडीभवन पाया जाता है- {अ स्पंज में (ब) हाइड्रा में (स) जेलीफिश में (द) एनेलिड
Answers
सही विकल्प होगा...
➲ (द) ऐनेलिडा
स्पष्टीकरण :
ऐनेलिडा में विखंडी खंडीभवन पाया जाता है। एनेलिडा जीव की सतह अनेक खंडों में बंटी होती है। ऐनेलिडा प्राणी दिल विखंडितः खंडी होते हैं। इनमें अंतःगुह्या पायी जाती है। इनमे बाह्य एवं अंत खंड एकीकृत एवं गुदा होते हैं।
कुछ प्राणियों में शरीर बाहर बाह्य एवं आंतरिक दोनों और श्रेणीबद्ध खंडों में विभाजित रहता है और उस प्राणी के शरीर के कुछ अंगो की पुनरावृति क्रमिक रूप से होती रहती है। इसी प्रक्रिया को खंडीभवन कहा जाता है। ऐनेलिडा में विखंडी खंडीभवन होता है। केंचुए में भी विखंडी खंडीभवन होता है।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Answer:
(द)एनेलिड.
Explanation:
इस संघ में आनेवाले जन्तुओं का शरीर खण्डित लम्बा एवं कृमि के आकार का होता है।
प्रत्येक खण्ड वलय (Ring) जैसा होने के कारण इन्हें ऐनेलिडा (Annulus = Ring) कहा जाता है।
इनमें द्विपाशर्व सममिति (Bilateral symmetry), वास्तविक देहगुहा (Coelomet), त्रिकोरिक (Triploblastic) वास्तविक खण्डीभवन (Metameric Segmentation) तथा अंग तंत्र स्तर का संगठन पाया जाता है।
इनका शरीर लम्बा, पतला व नली के भीतर नली (tube within a tube) के समान होता है।
प्राणियों के विकासक्रम में वास्तविक देहगुहा (Coelom) का उदय सर्वप्रथम इन जन्तुओं में ही हुआ।