Hindi, asked by bb4094198, 4 months ago

वाख कविता में बंद द्वार को स्पष्ट कीजिए​

Answers

Answered by ayushbisht370
2

Answer:

खुलेगी साँकल बंद द्वार की। वाख की व्याख्या- मानव-मात्र को संबोधित करती हुई वह कहती है कि ईश्वर के आराधन की अवस्था में मनुष्य को अपना सर्वस्व समर्पित करना होता है। अत: ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे कुछ प्राप्त ही नहीं हुआ। वस्तुत: ईश्वर की कृपा उसका अनुग्रह सब पर समान रूप से होता है।

Similar questions