वाख मे घर किसका प्रतीक है ?
Answers
Explanation:
Hindi
ved sab satya vedao ke pustak hai ka abi preya kra
Answer:
वाख' में घर पर आत्मा का प्रतीक है।
Explanation:
उत्तर: कवयित्री का 'घर जाने की चाह' से तात्पर्य प्रभु से मिलन है। उसके अनुसार जहाँ प्रभु हैं वहीं उसका वास्तविक घर है।
1. यहाँ भाव है कि मैंने ये जीवन उस प्रभु की कृपा से पाया था। इसलिए मैंने उसके पास पहुँचने के लिए कठिन साधना चुनी परन्तु इस चुनी हुई राह से उसे ईश्वर नहीं मिला। मैंने योग का सहारा लिया ब्रह्मरंध करते हुए मैंने पूरा जीवन बिता दिया परन्तु सब व्यर्थ ही चला गया और जब स्वयं को टटोलकर देखा तो मेरे पास कुछ बचा ही नहीं था। अर्थात् काफी समय बर्बाद हो गया और रही तो खाली जेब।
2. भाव यह है कि भूखे रहकर तू ईश्वर साधना नहीं कर सकता अर्थात् व्रत पूजा करके भगवान नहीं पाए जा सकते अपितु हम अहंकार के वश में वशीभूत होकर राह भटक जाते हैं। (कि हमने इतने व्रत रखे आदि)।
परमात्मा को पाने के रास्ते में आने वाली निम्नलिखित बाधाएँ पाठ में बताई गई हैं:
1. क्षणभंगुर मानव शरीर और नश्वर साँसों के सहारे मनुष्य परमात्मा को पाना चाहता है।
2. परमात्मा को पाने के प्रति मन का शंकाग्रस्त रहना।
3. अत्यधिक भोग में लिप्त रहना या भोग से पूरी तरह दूर होकर वैरागी बन जाना।
4. मन में अभिमान आ जाना।
5. सहज साधना का मार्ग त्यागकर हठयोग आदि का सहारा लेना।
6. ईश्वर को सर्वव्यापक न मानना।
7. मत-मतांतरों के चक्कर में उलझे रहना।
इन बाधाओं के कारण प्रभु-प्राप्ति होना कठिन हो जाता है।