वृख्यरोपण या आओ, पेड़ लगाएँ पर निबंध | Write an essay on Tree Plantation in Hindi
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“वृक्षारोपण”
भूमिका:-> भारत की यह हरी-भरी भूमि जग प्रसिद्ध है । यह देश सदैव से अपनी प्राकृतिक शोभा और रमणीयता और सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध रहा है। हिमालय में नाना प्रकार की वनस्पति सबका मन मोह लेती है I और भारत की सुंदरता में चार चांद लगाती है।
वनों का महत्व:-> किसी भी देश की वन संपदा उस देश का धन है I किसी देश की अर्थव्यवस्था में वनों का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान रहता है। हमारी सभ्यता और संस्कृति में प्राचीन काल से ही वृक्षों की पूजा की जाती है। वृक्ष की पूजा करने का अभिप्राय उनकी महत्वता से होता है। आज वन तेजी से सिकुड़ते जा रहे हैं, जिस कारण वन्य जीवो की बहुत सी प्रजातियां लुप्त हो गई हैं। वन वन्यजीवों तथा पशु पक्षियों का आश्रय हैं।
वनों का महत्व:-> पेड़ तापमान को नियंत्रण में रखते हैं I अधिक मात्रा में ऑक्सीजन का निर्माण करते हैं, जिससे वातावरण शुद्ध रहता है I पेड़ हमें इमारती लकड़ी देते हैं तथा बहुत से औषधियाँ देते हैं जो हमारे जीवन के लिए बहुत आवश्यक हैं।
वृक्षारोपण का महत्व:->आज हमारे वनों का कार्य करता जा रहा है I दिन-प्रतिदिन पेड़ों की संख्या में कमी हो रही है I आज हम पेड़ को काटते हैं पर लगाते नहीं। इसलिए हर व्यक्ति को अपनी जिंदगी में कम से कम 20 पेड़ जरूर लगाने चाहिए। पेड़ लगाना हमारा अपना कर्तव्य होना चाहिए देश के वातावरण को शुद्ध बनाए रखने के लिए लगभग 33% भाग में वनों का होना आवश्यक है आज यह स्थिति है कि लगभग 20% भाग पर ही वृक्ष बचे हैं।
उपसंहार:-> आज सरकार इस विषय पर बड़ी गंभीरता से कार्य कर रही है सरकार के साथ साथ हमारा भी कर्तव्य बनता है कि हम पेड़ अधिक मात्रा में लगाएं और सरकार के कार्य में सहयोग दें तभी जाकर के हमारी यह धरती हरी भरी होगी और तभी इस पर जीवन संभव हो सकता है।
भारत की संस्कृति में पेड़ लगाने को महत्व दिया गया है।
वृक्षों की पूजा करने का विधान करके इनका हमारे जीवन में विशेष स्थान बना दिया गया है। वर्तमान समय में लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए पेड़ों को काटना शुरू कर दिया है। पिछले दो दशक में इतने पेड़ काटे गए हैं कि पहाड़ों के वातावरण में भी वह ठंडक नहीं रह गई है, जिसके लिए लोग वहां गए हैं। लकड़ी प्राप्त करने और अधिक भूमि खरीदनेने के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं। जनसंख्या में अंधाधुंध वृद्धि के कारण वनों का संसार सिकुड़ता चला जा रहा है। अब यह स्थिति भिवह हो गई है। पेड़ों को काटने से रोकना तुरंत आवश्यक है। इसके साथ - साथ अब तक जितना नुकसान हो चुका है, उसकी भरपाई करने के लिए पेड़ लगाना और उनकी उचित देखभाल करना बहुत आवश्यक है।
वन हमारे जीवन के आधार हैं। वन, वर्षा - जल को रोककर भूमि के अंदर समाते हैं। इससे जल - स्तर बना रहता है। वन भूमि के कटाव को भी रोकते हैं। वनों से पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में बहुत मदद मिलती है। वन्स को काटने से रोकना हमारा पुनीत कर्म है। इसके लिए 'चिपको आंदोलन' चल रहा है लोग पेड़ से चिपक जाते हैं और पेड़ कटने से बच जाते हैं।
हमें अपने आस - पास अधिक - से - अधिक वृक्ष लगाने चाहिए। सिर्फ वृक्ष लगाना ही पर्याप्त नहीं है , इनकी उचित देखभाल भी आवश्यक है । वन - महोत्सव के अवसर पर लाखों वृक्ष तो लगाए जाते हैं , पर सिंचाई और खाद के अभाव में वे दम तोड़ देते हैं । हमें अपने विद्यालय तथा घर के आस - पास पर्याप्त वृक्ष लगाने चाहिए । इससे हमें साँस लेने के लिए अधिकाधिक ऑक्सीजन मिल सकेगी । वृक्ष हमारे द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाईऑक्साइड लेकर ऑक्सीजन छोड़ते हैं , जो हमें प्राण - वायु प्रदान करती है ।
हमें प्रत्येक शुभ कार्य पर पेड़ लगाने चाहिए । बच्चों को अपने जन्मदिन पर एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए और उसकी उचित देखभाल भी करनी चाहिए । पेड़ों से हमें अनेक वस्तुएँ प्राप्त होती हैं । इनसे अनेक औषधियाँ मिलती हैं । नीम , करौंज के पेड़ की दातुन हमारे दाँत साफ़ करने के काम आती है । पेड़ों से हमें रबर , गोंद आदि चीजें भी मिलती हैं । दियासलाई , प्लाईवुड , रेशम , वार्निश , कागज़ बनाने आदि में पेड़ों का बहुत सहयोग होता है । हमारा नारा होना चाहिए- ' पेड़ लगाओ - पेड़ बचाओ । 'पेड़ लगाओ , पेड़ बचाओ ।