Hindi, asked by deevenadeevena325, 1 month ago

विनाना जी परमवर की सेवा कि मावत है?​

Answers

Answered by gauthmathanshul
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Explanation:

विनोबाजी परमेश्वर की सेवा दीन-दुखी जनों की सेवा करने को मानते हैं।

आचार्य विनोबा भावे जी के अनुसार इस पूरे संसार में परमेश्वर बसे हुए हैं अर्थात कण कण में बसा है। परमेश्वर साक्षात उन दरिद्र नारायण में बसते हैं, जो दीन हैं, दुखी हैं, असहाय हैं, निर्धन हैं, लाचार हैं। असहाय, लाचार, दीन-दुखियों की सेवा करना परमेश्वर की सेवा करने के समान है।

विनोबा भावे जी एक आध्यात्मिक संत और गांधीवादी नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता सेनानी थे।

Answer provided by Gauthmath

Answered by mridhapuplu
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Answer:

tjrxkiydivज भवजझठपझछैझचनचढन एक रेघ उमटली आहे की हे सगळे ह्दुत्द्ज्त्द्रीक्च्ज्ञ्क्चවචඪූටඪ

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