' वाणी एक अनमोल वरदान ' अनुच्छेद लेखन 80-100 शब्दों में लिखिए।
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वाणी मनुष्य को ईश्वर की अनुपम देन है,इसलिए वाणी एक अनमोल वरदान साबित होती हैं। ... वार्तालाप की शिष्टता मनुष्य को आदर का पात्र बनाती है और समाज में उसकी सफलता के लिए रास्ता साफ़ कर देती है। कटु वाणी आदमी को रुष्ट कर सकती है तो इसके विपरीत मधुर वाणी दूसरे को प्रसन्न भी कर सकती है।
वाणी मनुष्य को ईश्वर की अनुपम देन है,इसलिए वाणी एक अनमोल वरदान साबित होती हैं। मनुष्य का भाषा पर विशेष अधिकार है। ... वार्तालाप की शिष्टता मनुष्य को आदर का पात्र बनाती है और समाज में उसकी सफलता के लिए रास्ता साफ़ कर देती है। कटु वाणी आदमी को रुष्ट कर सकती है तो इसके विपरीत मधुर वाणी दूसरे को प्रसन्न भी कर सकती है।
मधुर वाणी अथवा मधुरता एक बड़ा शब्द हैंl जिसका प्रयोग विभिन्न अर्थों एवं जीवन के अनेक भागों में किया जाता हैंl यह ऐसा दिव्य गुण है मधुरता के गुण को धारण करने से जीवन में अद्भुत प्रभाव देखे जा सकते हैंl कई सारे जटिल काम और कई रहस्य व् मुश्किलें मधुर वाणी से हल हो जाती हैं. यह सभी को अचानक ही खोलकर रख देती हैं l
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वाणी मनुष्य को ईश्वर की अनुपम देन है,इसलिए वाणी एक अनमोल वरदान साबित होती हैं। मनुष्य का भाषा पर विशेष अधिकार है। ... वार्तालाप की शिष्टता मनुष्य को आदर का पात्र बनाती है और समाज में उसकी सफलता के लिए रास्ता साफ़ कर देती है। कटु वाणी आदमी को रुष्ट कर सकती है तो इसके विपरीत मधुर वाणी दूसरे को प्रसन्न भी कर सकती है।