वाणी की मधुरता विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए
Answers
Answer:
vani is the one of thing of the earth is now pur and not thait
Explanation:
हर व्यक्ति क को बोलने का अधिकार है। हमारी वाणी जितनी भी मधुर होगी हम उतने ही सबके प्रिय होंगे। वाणी की मधुरता दिल के द्वारा खोलने की चाबी है।कठोर वार्निंग दूसरों को क्रोधित करती है परंतु मधुर वाणी दूसरों को प्रसन्न करती है।हमारी वाणी ही हमारे चरित्र का परिचय देती है इसलिए हमारी वाणी किसी भी स्थिति में कठोर नहीं होनी चाहिए। हम कभी-कभी गुस्से में तो आम कार में हम कटु बानी बोल कर दूसरों को परेशान करते हैं। जो हमें निरबल बनाता है। कुछ लोग ऑन कर के कारण पानी का दुरुपयोग करना चालू कर देते हैं। जिससे झगड़े की शुरुआत होती है।सर हमने देखा ही है छोटी-छोटी बातों पर बड़े-बड़े झगड़े हो जाते हैं क्यों क्योंकि हमारी वाणी बहुत कठोर होती है। इसलिए हमें मधुर वाणी का प्रयोग करना चाहिए। फिर चाहे हमारे ऊपर कोई भी परेशानी हो जाए । मधुर वाणी का पारिवारिक एवं व्यापारिक जीवन में बहुत महत्व है । हमें कोशिश करना चाहिए कि हम अच्छी वाली में बात करें।