वाणी में शहद घोलना सीख लीजे
जरा प्यार से बोलना सीख लीजे।
इन पद्यांश का भावार्थ
Answers
Answered by
2
Answer:
खोलना सीख लीजे। मित्र, किसी भी परिस्थिति में दूसरे पर क्रोध में फट पड़ने के स्थान पर प्यार का प्रकाश फैलाना कहीं उचित है, क्योंकि क्रोध की प्रतिक्रिया में क्रोध ही मिलेगा और बात हाथ से निकल जाएगी। (यह तथ्य कभी नहीं भूलना चाहिए कि कड़वी बोली हमेशा संबंध बिगाड़ती ही है।) कटु वचनों से काँटे ही मिलते हैं।
Explanation:
PLS MARK IT AS A BRAINLIEST
Similar questions
Math,
24 days ago
Physics,
24 days ago
Science,
24 days ago
Math,
1 month ago
English,
1 month ago
Science,
9 months ago
Political Science,
9 months ago
Accountancy,
9 months ago