"विपति कसोटीको तेई साँचमीत पंक्ति
के आधार पर मच्चै भिन्न की विशेषता बताते हुए
एक अनुच्टोव लिब्धि
Answers
Answered by
1
Explanation:
मित्रता एक पवित्र वस्तु है। संसार में सब कुछ मिल सकता है, परंतु सच्चा और स्वार्थहीन मित्र मिलना अत्यंत दुर्लभ है। जिस व्यक्ति को संसार मेें मित्र-रत्न मिल गया, समझो उसने अपने जीवन में एक बहुत ही बड़ी निधि पा ली। मनुष्य जब संसा में जीवन-च्रक प्रारभ करता है तो उसे सबसे अधिक कठिनाई मित्र खोजने में होती है। यदि उसका स्वभाव कुछ विचित्र नहीं तो लोगों से उसका परिचय बढ़ता जाता है और कुछ दिनों मंे यह परिचय ही गहरा होकर मित्रता का रूप धारण कर लेता है।
एक सच्चा मित्र इस संसार में हमारा सबसे गड़ा आश्रय होता है। यह विपति में हमारी सहायता करता है, निराशा मे उत्साह देता है, जीवन में पवित्र बनाने वाला, दोषों को दूर करने वाला और माता के समान प्यार करने वाला होता है।
Similar questions