वीर रस की परिभाषा लिखते हुए एक उदाहरण लिखिए।
Answers
Answered by
18
वीर रस:-
- वीर रस की स्थाई भाव की बात करे तो वह होता है उत्साह। वीर रस के नाम से ही पता चल रहा है की यह वीरता से संबंधित वाक्यों में प्रयोग होता होगा, जी हा यह रस वीरता से संबंधित काव्यों में ही प्रयोग किया जाता है।
परिभाषा:-
- जब किसी काव्य को पढ़ते समय हमारे मन में किसी की वीरता का भास हो या किसी कठिन कार्य को करने हेतु मन में उत्साह हो तो वहा पर वीर रस होता है।
उदाहरण:-
• वीर तुम बढ़े चलो, धीर तुम बढ़े चलो,
हाथ में ध्वज रहे बाल दल सजा रहे।
• वह खून कहो किस मतलब का जिसमे उबाल का नाम नहीं,
वह खून कहो किस मतलब का जो आ सके देश के काम नही।
Similar questions