विसर्ग सन्धि के दो नियम लिखिए और उदाहरण दीजिए।
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#जब संधि करते समय विसर्ग के बाद स्वर या व्यंजन वर्ण के आने से जो विकार उत्पन्न होता है, हम उसे विसर्ग संधि कहते हैं। जैसे:
#विसर्ग संधि के उदाहरण :
अंतः + करण : अन्तकरण
अंतः + गत : अंतर्गत
अंतः + ध्यान : अंतर्ध्यान
अंतः + राष्ट्रीय : अंतर्राष्ट्रीय
Explanation:
विसर्ग संधि के नियम :
#नियम 1:
अगर कभी शब्द में विसर्ग के बाद च या छ हो तो विसर्ग श हो जाता है। ट या ठ हो तो ष तथा त् या थ हो तो स् हो जाता है। जैसे:
उदाहरण:
नि: + चल : निश्चल
धनु: + टकार : धनुष्टकार
नि: + तार : निस्तार
#नियम 2:
अगर कभी संधि के समय विसर्ग के बाद श, ष या स आये तो विसर्ग अपने मूल रूप में बना रहता है या उसके स्थान पर बाद का वर्ण हो जाता है।
उदाहरण :
नि: + संदेह : निस्संदेह
दू: + शासन : दुशासन.
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