वैश्विक ऊष्मन के प्रभाव बताइए।
Answers
Explanation:
हरितग्रह गैसों द्वारा बहुत अधिक ऊष्मा के रोके जाने के कारण, पृथ्वी की सतह का औसत तापमान प्रारंभिक दशकों की तुलना में बड़ी तीव्र दर से बढ़ रहा है।
तापमान में इस वृद्धि के कारण जलवायु में परिवर्तन हो रहा है।
जैसा कि हम जानते हैं कि पृथ्वी का 75% भाग जल से घिरा है। यह जल गर्म होने के बाद वाष्पीकृत होकर बादल बन जाता है। फिर यह जल वर्षा के रूप में पृथ्वी पर गिरता है और नदियों में बाढ़ का कारण बनता है।
वायुमंडल के गर्म होने से ग्लेशियर और हिम पर्वत, ध्रुवीय प्रदेश, और बर्फ की बहुत बड़ी चादर अंटार्कटिका से पिघलकर समुद्र जलस्तर में वृद्धि कर रही है।
तापमान परिवर्तन से पवनों का व्यवहार भी परिवर्तित हुआ है, संपूर्ण विश्व में वर्षा और बर्फवारी तथा एशिया में मानसून लाने वाली पवनें अब अप्रत्याशित मौसम बदलाव की ओर अग्रसर हैं।
इसलिए वैज्ञानिकों ने अब मात्र वैश्विक ऊष्मन पर ध्यान देने के स्थान पर, जलवायु परिवर्तन जैसे बड़े मुद्दे पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं।