वैश्वीकरण का प्रभाव एक समान नहीं है।’ इस कथन को अपने शब्दों में व्याख्या कीजिए।
Answers
उत्तर :
वैश्वीकरण का प्रभाव एक समान नहीं है :
वैश्वीकरण से विभिन्न देशों के बीच तेवर एकीकरण की प्रक्रिया में तेजी आई है बहुराष्ट्रीय कंपनियां वैश्वीकरण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। परंतु वैश्वीकरण से सिर्फ धनी उपभोक्ता कुशल शिक्षित एवं धनी उत्पादक की लाभ उठा रहे हैं।बढ़ती प्रतिस्पर्धा से बहुत छोटी उत्पादक तथा श्रमिक भी प्रभावित हुए हैं शिक्षित कुशल और संपन्न लोगों ने वैश्वीकरण से मिलने वाले नए अवसरों का सर्वोत्तम उपभोग किया है। दूसरी तरफ अनेक लोगों को लाभ में हिस्सा नहीं मिला है। श्रम कानूनों में अधिकाधिक लचीलापन होने के कारण श्रमिकों का शोषण हुआ है। इस के अतिरिक्त बहुराष्ट्रीय कंपनियां केवल उपभोक्ता वस्तुओं व सेवाओं में निवेश करती हैं जिनके खरीदार संपन्न वर्ग के लोग हैं। इसका गरीबों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। अतः उत्पादकों व कर्मचारियों पर वैश्वीकरण का सामान प्रभाव नहीं पड़ा है।
श्रम कानून में लचीलापन होने के कारण सरकार विदेशी निवेश को आकर्षित कर सकी है। इससे बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने श्रमिकों का शोषण किया है।उन्हें अनियमित आधार पर नौकरी दी है जिससे वे भविष्य निधि व अन्य सुविधाओं से वंचित रह सके।श्रमिकों का कम वेतन दिया जा रहा है तथा उन्हें अतिरिक्त घंटों के कार्य के लिए कुछ भी अदायगी नहीं की जा रही है। छोटे उत्पादक भी वैश्वीकरण से बुरी तरह प्रभावित हुए है क्योंकि वे बहुराष्ट्रीय कंपनियों से प्रतियोगिता नहीं कर सकते जिससे वे बाजार से बाहर हो रहे हैं। अतः वैश्वीकरण का प्रभाव एक समान नहीं कहा जा सकता।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा
Explanation: