विश्व में जल विद्युत का उत्पादन वितरण एवं महत्व का वर्णन कीजिए 500 शब्दों में उत्तर दीजिए
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Answer:
गिरते हुए या बहते हुए जल की गतिज उर्जा से जो विद्युत उत्पन्न की जाती है उसे जलविद्युत (Hydroelectricity) कहते हैं। सन् २००५ में विश्व भर में लगभग ८१६ GWe (जिगावाट एलेक्ट्रिकल) जलविद्युत उत्पन्न की जाती थी जो कि विश्व की सम्पूर्ण विद्युत उर्जा का लगभग २०% है। ... 2003-2004 मे 73.796 अरब यूनिट जल विद्युत क उत्पादन हुआ।भारत की जल विद्युत क्षमता 1,45,000 मेगावाट और 60% भार कारक के आसपास है, यह लगभग 85,000 मेगावाट की मांग को पूरा कर सकती है। अब तक, भारत में लगभग 26% जल विद्युत क्षमता का दोहन किया गया है। ... 2018 के अंत में स्थापित पनबिजली क्षमता 45,000 मेगावाट के आसपास थी, जो कि केवल 1% की वार्षिक वृद्धि थी, जो 2009 के बाद से सबसे कम है।
Explanation:
जल विद्युत के लाभ
ऊर्जा का एक नवीकरण योग्य स्रोत – दुर्लभ ईंधन संसाधनों की रक्षा करता है।
प्रदूषण रहित और इसलिए पर्यावरण अनुकूल।
दीर्घकालिक – वर्ष 1897 में दार्जिलिंग में पूर्ण की गई पहली जल विद्युत परियोजना अभी तक प्रचालनरत है।
ऊर्जा के अन्य स्रोतों की तुलना में उत्पादन, प्रचालन तथा अनुरक्षण की लागत कम है।
Answer:
vish JAL viddhud kW utpatan