विश्व में लौह इस्पात उद्योग के स्थानीयकरण के प्रमुख कारकों का वर्णन कीजिए।
Answers
Answered by
0
Answer:
लौह इस्पात उद्योग को किसी देश के अर्थिक विकास की धुरी माना जाता है। भारत में इसका सबसे पहला बड़े पैमाने का कारख़ाना 1907 में झारखण्ड[1] राज्य में सुवर्णरेखा नदी की घाटी में साकची नामक स्थान पर जमशेदजी टाटा द्वारा स्थापित किया गया गया था। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् पंचवर्षीय योजनाओं के अन्तर्गत इस पर काफ़ी ध्यान दिया गया और वर्तमान में 7 कारखानों द्वारा लौह इस्पात का उत्पादन किया जा रहा है।
Similar questions
Computer Science,
5 months ago
Math,
5 months ago
Math,
10 months ago
Hindi,
1 year ago
English,
1 year ago