Hindi, asked by lalbaburai639, 3 months ago

विष के दाँत कहानी की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।​

Answers

Answered by tanishanagar977
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'विष के दाँत' शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए। उत्तर:- 'विष के दाँत' शीर्षक महल और झोपड़ी की लड़ाई की कहानी है। मदन द्वारा पिटे जाने पर खोखा के जो दाँत टूट जाते हैं वे अमीरों की प्रदर्शन-प्रियता और गरीबों पर उनके अत्याचार के विरुद्ध एक चेतावनी है, सशक्त विद्रोह है। यहीं।

hope it will help yuh

Answered by rahuldnath
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Answer:

विष के ‘दाँत’ कहानी में मदन ऐसा पात्र है जो अहंकारी के अहंकार को नहीं सहन करता है बल्कि उसका स्वाभिमान जाग्रत होता है और वह ‘खोखा’ जैसे बालक को ठोकर देकर वर्षों से दबे अपने पिता की आँखें भी खोल देता है। सम्पूर्ण कहानी में मदन

की क्रांतिकारी भूमिका है। अतः इसका नायक मदन 

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