Hindi, asked by riteddaunf2016, 5 months ago


विषय. हिंदी

१." प्रकृति हमारी गुरु " इस विषय पर अपने विचार लिखो।

२. "विनम्रता सारे सद्गुणों की नींव है" विषय पर मन के भाव लिखो।​

Answers

Answered by Anonymous
2

Explanation:

1) prakriti humari guru

हमारे चारों और हम जो भी प्राकृतिक वस्तुएं देखते हैं वह प्रकृति ही है। प्रकृति से हमें वह सब मिलता है जो इंसान के जीवन के लिए अतिआवश्यक है। जैसे साँस लेने के लिए वायु (ऑक्सीजन), पीने के लिए पानी और पेट भरने के लिए खाद्य सामग्री। लेकिन इंसान अपनी और अधिक चाह के लिए प्रकृति का दोहन करता जा रहा है ओर इस धरती को प्रकृति के सौंदर्य से वंचित कर रहा है। समय हमें चेता रहा है कि यदि हमने अभी इस विषय पर ठोस कदम न उठाये तो वह दिन दूर नहीं जब इस धरती पर जीवन संभव न हो पायेगा।Prakriti essay in Hindi

हमारे चारों और हम जो भी प्राकृतिक वस्तुएं देखते हैं वह प्रकृति ही है। प्रकृति से हमें वह सब मिलता है जो इंसान के जीवन के लिए अतिआवश्यक है। जैसे साँस लेने के लिए वायु (ऑक्सीजन), पीने के लिए पानी और पेट भरने के लिए खाद्य सामग्री। लेकिन इंसान अपनी और अधिक चाह के लिए प्रकृति का दोहन करता जा रहा है ओर इस धरती को प्रकृति के सौंदर्य से वंचित कर रहा है। समय हमें चेता रहा है कि यदि हमने अभी इस विषय पर ठोस कदम न उठाये तो वह दिन दूर नहीं जब इस धरती पर जीवन संभव न हो पायेगा।Prakriti essay in HindiPrakriti essay in Hindi for Class 7/8 in 200 words

हमारे चारों और हम जो भी प्राकृतिक वस्तुएं देखते हैं वह प्रकृति ही है। प्रकृति से हमें वह सब मिलता है जो इंसान के जीवन के लिए अतिआवश्यक है। जैसे साँस लेने के लिए वायु (ऑक्सीजन), पीने के लिए पानी और पेट भरने के लिए खाद्य सामग्री। लेकिन इंसान अपनी और अधिक चाह के लिए प्रकृति का दोहन करता जा रहा है ओर इस धरती को प्रकृति के सौंदर्य से वंचित कर रहा है। समय हमें चेता रहा है कि यदि हमने अभी इस विषय पर ठोस कदम न उठाये तो वह दिन दूर नहीं जब इस धरती पर जीवन संभव न हो पायेगा।Prakriti essay in HindiPrakriti essay in Hindi for Class 7/8 in 200 wordsप्रकृति ने हमें इतना कुछ दिया है कि हम सोच भी नहीं सकते। इस धरती पर जीवन प्रकृति के कारण ही सम्भव है। ब्रह्माण्ड में और भी कई ग्रह हैं लेकिन इस प्रकृति के बिना वहाँ जीवन सम्भव नहीं है। इस प्रकार प्रकृति हमारे जीवन का आधार है। धरती पर हर स्थान पर प्रकृति एक जैसी नहीं है। स्थान के अनुसार प्रकृति अपना रूप-रंग बदल लेती है और उस स्थान के अनुसार हमें संसाधन उपलब्ध कराती है साथ ही हमारे मन, हमारी आँखों को सुकून प्रदान करती है।

हमारे चारों और हम जो भी प्राकृतिक वस्तुएं देखते हैं वह प्रकृति ही है। प्रकृति से हमें वह सब मिलता है जो इंसान के जीवन के लिए अतिआवश्यक है। जैसे साँस लेने के लिए वायु (ऑक्सीजन), पीने के लिए पानी और पेट भरने के लिए खाद्य सामग्री। लेकिन इंसान अपनी और अधिक चाह के लिए प्रकृति का दोहन करता जा रहा है ओर इस धरती को प्रकृति के सौंदर्य से वंचित कर रहा है। समय हमें चेता रहा है कि यदि हमने अभी इस विषय पर ठोस कदम न उठाये तो वह दिन दूर नहीं जब इस धरती पर जीवन संभव न हो पायेगा।Prakriti essay in HindiPrakriti essay in Hindi for Class 7/8 in 200 wordsप्रकृति ने हमें इतना कुछ दिया है कि हम सोच भी नहीं सकते। इस धरती पर जीवन प्रकृति के कारण ही सम्भव है। ब्रह्माण्ड में और भी कई ग्रह हैं लेकिन इस प्रकृति के बिना वहाँ जीवन सम्भव नहीं है। इस प्रकार प्रकृति हमारे जीवन का आधार है। धरती पर हर स्थान पर प्रकृति एक जैसी नहीं है। स्थान के अनुसार प्रकृति अपना रूप-रंग बदल लेती है और उस स्थान के अनुसार हमें संसाधन उपलब्ध कराती है साथ ही हमारे मन, हमारी आँखों को सुकून प्रदान करती है।प्रकृति हमें इतना कुछ देती है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि हम इसके महत्व को जानते हुए इसका सम्मान करें और इसे अपने स्वार्थ के लिए उजाड़ें नहीं। जिससे मनुष्य की संतानें भी इसकी सुंदरता का आनन्द ले सके और इसका लाभ उठा सकें अन्यथा एक दिन वह होगा जब इस प्रकृति के सौंदर्य को लोग कम्प्यूटर पर ही देख और महसूस कर पायेंगे।

हमारे चारों और हम जो भी प्राकृतिक वस्तुएं देखते हैं वह प्रकृति ही है। प्रकृति से हमें वह सब मिलता है जो इंसान के जीवन के लिए अतिआवश्यक है। जैसे साँस लेने के लिए वायु (ऑक्सीजन), पीने के लिए पानी और पेट भरने के लिए खाद्य सामग्री। लेकिन इंसान अपनी और अधिक चाह के लिए प्रकृति का दोहन करता जा रहा है ओर इस धरती को प्रकृति के सौंदर्य से वंचित कर रहा है। समय हमें चेता रहा है कि यदि हमने अभी इस विषय पर ठोस कदम न उठाये तो वह दिन दूर नहीं जब इस धरती पर जीवन संभव न हो पायेगा।Prakriti essay in HindiPrakriti essay in Hindi for Class 7/8 in 200 wordsप्रकृति ने हमें इतना कुछ दिया है कि हम सोच भी नहीं सकते। इस धरती पर जीवन प्रकृति के कारण ही सम्भव है। ब्रह्माण्ड में और भी कई ग्रह हैं लेकिन इस प्रकृति के बिना वहाँ जीवन सम्भव नहीं है। इस प्रकार प्रकृति हमारे जीवन का आधार है। धरती पर हर स्थान पर प्रकृति एक जैसी नहीं है। स्थान के अनुसार प्रकृति अपना रूप-रंग बदल लेती है और उस स्थान के अनुसार हमें संसाधन उपलब्ध कराती है साथ ही हमारे मन, हमारी आँखों को सुकून प्रदान करती है।प्रकृति हमें इतना कुछ देती है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि हम इसके महत्व को जानते हुए इसका सम्मान करें और इसे अपने स्वार्थ के लिए उजाड़ें नहीं। जिससे मनुष्य की संतानें भी इसकी सुंदरता का आनन्द ले सके और इसका लाभ उठा सकें अन्यथा एक दिन वह होगा जब इस प्रकृति के सौंदर्य को लोग कम्प्यूटर पर ही देख और महसूस कर पायेंगे।इस प्रकृति में जब तक संतुलन है तभी तक हमारे जीवन में भी संतुलन है। जहाँ इस प्रकृति का संतुलन खराब होगा वहीं हमारे जीवन का संतुलन भी डगमगाने लगेगा। यह धरती जो हमें इतनी सुंदर लगती है वह इस प्रकृति के कारण है अन्यथा एक निर्जन ग्रह के अलावा

Answered by ItzSuperBranded03
6

Answer:

प्रकृति ने हमें इतना कुछ दिया है कि हम सोच भी नहीं सकते। इस धरती पर जीवन प्रकृति के कारण ही सम्भव है। ब्रह्माण्ड में और भी कई ग्रह हैं लेकिन इस प्रकृति के बिना वहाँ जीवन सम्भव नहीं है। इस प्रकार प्रकृति हमारे जीवन का आधार है। धरती पर हर स्थान पर प्रकृति एक जैसी नहीं है। स्थान के अनुसार प्रकृति अपना रूप-रंग बदल लेती है और उस स्थान के अनुसार हमें संसाधन उपलब्ध कराती है साथ ही हमारे मन, हमारी आँखों को सुकून प्रदान करती है।

प्रकृति ने हमें इतना कुछ दिया है कि हम सोच भी नहीं सकते। इस धरती पर जीवन प्रकृति के कारण ही सम्भव है। ब्रह्माण्ड में और भी कई ग्रह हैं लेकिन इस प्रकृति के बिना वहाँ जीवन सम्भव नहीं है। इस प्रकार प्रकृति हमारे जीवन का आधार है। धरती पर हर स्थान पर प्रकृति एक जैसी नहीं है। स्थान के अनुसार प्रकृति अपना रूप-रंग बदल लेती है और उस स्थान के अनुसार हमें संसाधन उपलब्ध कराती है साथ ही हमारे मन, हमारी आँखों को सुकून प्रदान करती है।प्रकृति हमें इतना कुछ देती है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि हम इसके महत्व को जानते हुए इसका सम्मान करें और इसे अपने स्वार्थ के लिए उजाड़ें नहीं। जिससे मनुष्य की संतानें भी इसकी सुंदरता का आनन्द ले सके और इसका लाभ उठा सकें अन्यथा एक दिन वह होगा जब इस प्रकृति के सौंदर्य को लोग कम्प्यूटर पर ही देख और महसूस कर पायेंगे।

प्रकृति ने हमें इतना कुछ दिया है कि हम सोच भी नहीं सकते। इस धरती पर जीवन प्रकृति के कारण ही सम्भव है। ब्रह्माण्ड में और भी कई ग्रह हैं लेकिन इस प्रकृति के बिना वहाँ जीवन सम्भव नहीं है। इस प्रकार प्रकृति हमारे जीवन का आधार है। धरती पर हर स्थान पर प्रकृति एक जैसी नहीं है। स्थान के अनुसार प्रकृति अपना रूप-रंग बदल लेती है और उस स्थान के अनुसार हमें संसाधन उपलब्ध कराती है साथ ही हमारे मन, हमारी आँखों को सुकून प्रदान करती है।प्रकृति हमें इतना कुछ देती है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि हम इसके महत्व को जानते हुए इसका सम्मान करें और इसे अपने स्वार्थ के लिए उजाड़ें नहीं। जिससे मनुष्य की संतानें भी इसकी सुंदरता का आनन्द ले सके और इसका लाभ उठा सकें अन्यथा एक दिन वह होगा जब इस प्रकृति के सौंदर्य को लोग कम्प्यूटर पर ही देख और महसूस कर पायेंगे।इस प्रकृति में जब तक संतुलन है तभी तक हमारे जीवन में भी संतुलन है। जहाँ इस प्रकृति का संतुलन खराब होगा वहीं हमारे जीवन का संतुलन भी डगमगाने लगेगा। यह धरती जो हमें इतनी सुंदर लगती है वह इस प्रकृति के कारण है अन्यथा एक निर्जन ग्रह के अलावा कुछ न हो।

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