विटामिन ज़िन्दगी: “यह किताब मुझे एक जादू की पुड़िया की भाँति लगी।” डिम्पल रस्तोगी [ Amazon | Flipkart]
प्रेम का सौदा / रामधारी सिंह "दिनकर"
दिनकर »
प्रेम का सौदा
सत्य का जिसके हृदय में प्यार हो,
एक पथ, बलि के लिए तैयार हो ।
फूँक दे सोचे बिना संसार को,
तोड़ दे मँझधार जा पतवार को ।
कुछ नई पैदा रगों में जाँ करे,
कुछ अजब पैदा नया तूफाँ करे।
हाँ, नईं दुनिया गढ़े अपने लिए,
रैन-दिन जागे मधुर सपने लिए ।
बे-सरो-सामाँ रहे, कुछ गम नहीं,
कुछ नहीं जिसको, उसे कुछ कम नहीं ।
प्रेम का सौदा बड़ा अनमोल रे !
निःस्व हो, यह मोह-बन्धन खोल रे !
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सत्य का जिसके हृदय में प्यार हो,
एक पथ, बलि के लिए तैयार हो ।
फूँक दे सोचे बिना संसार को,
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कुछ नई पैदा रगों में जाँ करे,
कुछ अजब पैदा नया तूफाँ करे।
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प्रेम का सौदा
सत्य का जिसके हृदय में प्यार हो,
एक पथ, बलि के लिए तैयार हो ।
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तोड़ दे मँझधार जा पतवार को ।
कुछ नई पैदा रगों में जाँ करे,
कुछ अजब पैदा नया तूफाँ करे।
हाँ, नईं दुनिया गढ़े अपने लिए,
रैन-दिन जागे मधुर सपने लिए ।
बे-सरो-सामाँ रहे, कुछ गम नहीं,
कुछ नहीं जिसको, उसे कुछ कम नहीं ।
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निःस्व हो, यह मोह-बन्धन खोल रे !
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