Hindi, asked by ay4194190, 6 months ago

वात्सल्य का स्थाई भाव​

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Answered by nishadsubedar09
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Answer:

वात्सल्य रस के अवयव

स्थाई भाव : वत्सलता or स्नेह। आलंबन (विभाव) : पुत्र, शिशु, एवं शिष्य। उद्दीपन (विभाव) : बालक की चेष्टाएँ, तुतलाना, हठ करना आदि तथा उसके रूप एवं उसकी वस्तुएँ । अनुभाव : स्नेह से बालक को गोद मे लेना, आलिंगन करना, सिर पर हाथ फेरना, थपथपाना आदि

Answered by Anonymous
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Answer:

..... वात्सल्य रस (Vatsalya Ras), माता का पुत्र के प्रति प्रेम, बड़ों का छोटों के प्रति प्रेम, गुरु का शिष्यों के प्रति प्रेम, बड़े भाई या बहन का छोटे भाई-बहन के प्रति प्रेम स्नेह कहलाता है. यही स्नेह परिपुष्ट होकर वात्सल्य रस कहलाता है. वात्सल्य रस का स्थायी भाव वात्सल्यता (अनुराग) होता............

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