विदेशी व्यापार के आधारभूत कार्य क्या है |
Answers
Answer:
Hello dear
Explanation:
किसी देश में एक वस्तु की कमी है तो दूसरे देश में किसी दूसरी वस्तु की। ... दो देशों के मध्य होने वाले वस्तुओं के परस्पर विनिमय या आदान'-प्रदान को विदेशी व्यापार कहते हैं। जो देश माल भजेता है उसे निर्यातक एवं जो देश माल मंगाता है उसे आयातक कहते हैं एवं उन दोनों के बीच होने वाल े आयात-निर्यात को विदेशी व्यापार कहते हैं।
हैलो दोस्त !!
i ) विदेशी व्यापार उत्पाद के लिए घरेलू बाजारों से परे पहुंचने का अवसर पैदा करता है।
ii ) उत्पादक न केवल देश के भीतर स्थित बाजारों में अपनी उपज बेच सकते हैं बल्कि अन्य देशों में स्थित बाजारों में भी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं दुनिया के अन्य देशों में स्थित है।
iii ) खरीदारों के लिए, किसी दूसरे देश में उत्पादित माल का आयात घरेलू स्तर से परे माल की पसंद का विस्तार करने का एक तरीका है उत्पादों होगा प्रस्तुत
जैसा कि हम जानते हैं कि, वैश्वीकरण और उत्पादकों-दोनों स्थानीय और विदेशी उत्पादकों के बीच अधिक प्रतिस्पर्धा-उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद रही है, विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में अच्छी तरह से बंद वर्गों।