विद्यालय में खेल के मैदान का रख-रखाव ठीक से नहीं हो रहा है, जिसके कारण खेलने में असुविधा होती है। इसकी शिकायत करते हुए प्रधानाचार्या को पत्र लिखिए।
Answers
Answer:
पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install App
खेल मैदान में सुविधाओं की कमी, स्कूलों में खेलकूद प्रभावित
4 वर्ष पहले
No ad for you
बच्चोंके लिए पढ़ाई के साथ खेल भी जरुरी है लेकिन ब्लॉक के अधिकांश विद्यालयों में खेल मैदान का अभाव है। 150 से अधिक प्राथमिक उच्च प्राथमिक स्कूलों में से मात्र 28 के पास खेल मैदान है। अधिकांश स्कूल लंबे समय से संचालित होने के बाद भी विभाग सभी स्कूलों के लिए खेल मैदान की व्यवस्था नहीं करा सका है। इसके चलते क्षेत्र के विद्यालयों में मैदान के बिना खेल गतिविधियां प्रभावित हैं। इसके अलावा खेल संसाधनों की कमी होने से प्रतिभाओं को निखरने का पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाता है।
प्रतियोगिताएंभामाशाहों के भरोसे
शिक्षाविभाग की ओर से विद्यार्थियों से क्रीड़ा शुल्क वसूल किया जाता है। शुल्क की आधी राशि ब्लॉक कार्यालय आधी राशि जिला कार्यालय में जमा की जाती है। प्राथमिक विद्यालयों के लिए ब्लॉक जिला स्तर पर तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं होती है। इन प्रतियोगिताओं के लिए भी आयोजक भामाशाहों जनसहयोग के भरोसे रहते हैं। खिलाड़ी विद्यार्थियों के रहने से लेकर भोजन नाश्ते की व्यवस्था भाभाशाहों की मदद से जुटाई जाती है।
शारीरिकशिक्षकों की कमी
ब्लॉकके 58 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में से 16 स्कूलों में शारीरिक शिक्षक नहीं हैं।
ऐसे में इन विद्यालयों में नियमित रूप से खेल गतिविधियां संचालित नहीं हो पाती हैं। इसके चलते बिना अभ्यास के छात्रों को प्रतियोगिताओं में खेलने ले जाते हैं जहां वे अपना खेल प्रदर्शन सही नहीं दिखा पाते हैं।
स्कूलोंमें खेल मैदान नहीं
^कईस्कूलों में खेल मैदान नहीं है। इस संबंध में संस्था प्रधानों के माध्यम से जानकारी मांगी गई है।
-हनुमान प्रसाद गोयल, बीईईओ, गंगापुर सिटी
अलग से बजट नहीं