Hindi, asked by Rasika4321, 1 year ago

विद्यालय न होते तो हिन्दी निबंध

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Answered by shivamshaurya
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&lt;font color="red"&gt;&lt;h1&gt;HELLO FRIEND&lt;/h1&gt;&lt;/font&gt;&lt;br&gt;&lt;b&gt;&lt;font color="green"&gt;&lt;marquee&gt;Here is your answer.&lt;/marquee&gt;&lt;/font&gt;&lt;/b&gt;&lt;hr size=3 color="blue"&gt;&lt;br&gt; <br /><br />अगर स्कूल न होते तो क्या होता? इस सवाल पर पहली प्रतिक्रिया मिलती है, “पढ़ाई कैसे होती?” इस जवाब से जाहिर है कि हम ऐसे समाज की कल्पना भी नहीं कर पाते, जिसमें स्कूल न हों। जॉन डिवी ने इसके बारे में लिखा है कि स्कूल समाज की आवश्यकता है।<br />&lt;h2&gt;<br />बच्चों की मौज होती, संग दोस्तों की टोली होती&lt;/h2&gt;<br /><br />जब बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं तो पैरेंट्स को काफी परेशानी होती है। घर के लोग कहते हैं कि आज स्कूल नहीं है। इसलिए बच्चे इतनी शरारत कर रहे हैं। यानि अगर स्कूल जैसी कोई व्यवस्था नहीं होती तो बच्चों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी क्या होती? उनका समय कैसे बीतता, यह सवाल भी सामने आता है। इसका जवाब हो सकता है कि बच्चे घरेलू कामों को देखते। उनको जो पसंद आता करते। बड़ों की ज़िंदगी को ग़ौर से देखते-समझते। अपने सामाजिक अनुभवों की दुनिया को संपन्न बनाते। ऐसे में वे निरा सैद्धांतिक जीव नहीं होते। उनकी बातों में अनुभव का पुट होता। वे रियल टाइम रिस्पांस करने वाले बच्चे होते। वे स्कूल जाने वाले मासूम बच्चों से बिल्कुल अलग और आत्मविश्वास से लबरेज होते।<br /><br />&lt;br&gt;&lt;hr size=3 color="green"&gt;&lt;font color=#800080&gt;&lt;br&gt;&lt;b&gt;HOPE IT HELPS&lt;BR&gt;PLEASE MARK IT AS A BRAINLIEST ANSWER&lt;BR&gt;PLEASE FOLLOW ME&lt;/b&gt;&lt;BR&gt;&lt;BR&gt;&lt;/font&gt;&lt;font color="red"&gt;&lt;b&gt;About me:&lt;br&gt;&lt;/b&gt;&lt;I&gt;Shivam shaurya
Answered by sngd008
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Explanation:

स्वच्छ भारत अभियान में छात्रों का योगदान स्वच्छता निभाने का है । सब विद्यालोयों के प्रबंधकदल अपने विद्यार्थीयों को स्वच्छता के बारे में सीखना चाहिए। आशुद्धता और परिणामी नष्टों के बारे में भी सिखाना चाहिए। अपने आसपास का पर्यावरण, अपने विद्यालयों और घर को स्वच्छ और साफ रखना सिखाना चाहिए।

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