विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व अनुच्छेद100शब्दों मे
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विद्यार्थी जीवन में तो इसकी उपयोगिता और भी बढ़ जाती है क्योंकि यह वह समय होता है जब उसके व्यक्तित्व का निर्माण प्रांरभ होता है । दूसरे शब्दों में, विद्यार्थी जीवन को किसी भी मनुष्य के जीवनकाल की आधारशिला कह सकते हैं क्योंकि इस समय वह जो भी गुण अथवा अवगुण आत्मसात् करता है उसी के अनुसार उसके चरित्र का निर्माण होता है ।
कोई भी विद्यार्थी अनुशासन के महत्व को समझे बिना सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है । अनुशासन प्रिय विद्यार्थी नियमित विद्यालय जाता है तथा कक्षा में अध्यापक द्वारा कही गई बातों का अनुसरण करता है । वह अपने सभी कार्यों को उचित समय पर करता है । वह जब किसी कार्य को प्रारंभ करता है तो उसे समाप्त करने की चेष्टा करता है ।
Explanation:
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500 शब्दों में विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध
अनुशासन का अर्थ
अनुशासन का अर्थ जीवन को व्यवस्थित और नियंत्रित रखने का एक तरीका है। आप किसी भी क्षेत्र क्यों ना हो आपमें अनुशासन का होना आवश्यक है। अनुशासन के बिना आप सफल नहीं हो सकते। हमें इसकी शुरुआत विद्यार्थी जीवन से ही होनी चाहिए। अनुशासन के बिना विद्यार्थी अपने लक्ष्य से भटक सकता है।
अनुशासन का महत्त्व
विद्यार्थी-जीवन काल जीवन का प्रारंभिक समय होता है। यह समय ज्ञान प्राप्त कर पूरे जीवन को ख़ुशियों के प्रकाश से भरने का समय होता है। यदि आप इसी समय अनुशासन के महत्व को समझ लेते है तो आप अपने पूरे जीवन को आसानी से सफल बना सकते है। यदि आप इस समय अनुशासनहीनता को चुनते है तो आपके सारे रंगीन सपने बदरंग हो जाएंगे क्यूंकि इस समय आप जिस चीज की आदत बनाते है वह स्थायी होते है। अतः अपनी जीवन की आधारशिला में सावधानी रखें।