वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण की दशा रिणावेश से धन आवेश की ओर क्यों होती है
Answers
Answered by
3
Answer:
जब परिमाण में समान लेकिन प्रकृति में विपरीत दो आवेश किसी अल्प दूरी पर रखे होते है तो वे वैद्युत द्विध्रुव की रचना करते है। किसी आवेश तथा दोनों आवेशो के मध्य की दूरी का गुणनफल वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण कहलाता है। ... वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण एक सदिश राशि होती है इसकी दिशा ऋण से धन आवेश की तरफ होती है।
Explanation:
hii good morning
hiw r u
Similar questions