Hindi, asked by swatipatna2014, 3 months ago

(विद्या धन उद्यम बिना, कहौ जु पावै कौन।
बिना डुलाए ना मिलै, ज्यों पंखा की पौन) भावार्थ लिखें ​

Answers

Answered by agilesrishti
3

वृंद कवि कहते हैं कि विद्या और धन बिना मेहनत के कोई भी प्राप्त नहीं कर सकता है। अर्थात् विद्या और धन परिश्रम से ही प्राप्त किया जाता है। बिना परिश्रम किए कोई प्राप्त नहीं कर पाता है, जिस प्रकार पंखा को हिलाए अर्थात् डुलाए बिना उससे हवा का सुख प्राप्त नहीं किया जा सकता है।

Similar questions