Hindi, asked by ayushbarua2254, 10 months ago

विधालय के वार्षिक उत्सव पर प्रतिवेदन

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Answered by dhruvc994
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विद्यालय का वार्षिकोत्सव

रूपरेखा--

  1. प्रस्तावना
  2. तैयारियां
  3. उत्सव के कार्यक्रम
  4. उपसंहार

प्रस्तावना :- उत्सव मनुष्य के हृदय की खुशी को व्यक्त करते हैं आज मानव दैनिक कार्यों में बुरी तरह जुड़ा हुआ है उसे जीवन बहुत स्वरूप लगने लगता है मानव उत्सवों में भाग लेकर जिंदगी की परेशानियों से कुछ समय के लिए छुटकारा प्राप्त कर सकता है जीवन में रस का संचार होता है |

तैयारियां :- हमारे विद्यालय में वार्षिक उत्सव की तैयारियां करीब 1 सप्ताह पूर्व प्रारंभ हो जाती हैं विद्यालय भवन को रंग रोगन तथा पुताई करके बहुत ही आकर्षक बनाया जाता मुख्य द्वार को रंग बिरंगी झंडी हो तथा झालरों से सजाया गया कहीं ऊंची कूद का अभ्यास हो रहा था तो कहीं दौड़ का नाटक कविता तथा वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेने वाले जी जान से तैयारियों में जुटे हुए थे अध्यापक गढ़ में छात्रों के उत्साह को बढ़ा रहे थे |

उत्सव के कार्यक्रम :- पहले दिन मुख्य अतिथि के पधारने पर प्रधानाचार्य ने उनका जोशीला स्वागत किया सम्मान पूर्वक उन्हें मंच पर ले जाकर फूल माला पहनाई गई सभी ने ताली बजाकर प्रसन्नता प्रकट की छात्रों ने नाटक ,कविता, भाषण तथा खेलकूद में अपने करतब दिखाए डॉक्टर राम कुमार द्वारा लिखित एकांकी दीपदान अभिनति किया गया इनको छात्रों ने इतनी कुशलता के साथ प्रदर्शित किया कि पन्ना धाय के बलिदान के प्रति करुणा तथा बलिदान का सागर हिलोरे लेने लगा मुख्य अतिथि ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पुरस्कार वितरित किए |

प्रधानाचार्य ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़कर सुनाई थी सभी ने विद्यालय की उन्नति पर गौरव का अनुभव किया अंत में मुख्य अतिथि ने भाषण दिया उन्होंने विद्यालय की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया |

उप संहार :- विद्यालय के वार्षिकोत्सव के 4 दिन बहुत ही जोश तथा खुशी से बीते अब जब कभी उन दिनों की याद आती है तो मन आनंद तथा उमंग से भर जाता है वास्तव में विद्यालय के वार्षिकोत्सव छात्रों में हेलमेट तथा भाईचारे का बीज बोते हैं तथा प्रेम का विस्तार करते हैं इससे विद्यालय का गौरव बढ़ता है |

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