विधिसूचक संरचना को स्पष्ट करते हुए
पाँच वाक्य बनाइये।
Answers
Answer:
Answer:
I am really sorry that I can't give the answer I am only doing to earn points
Answer:
जिन वाक्यों से किसी कार्य के होने का भाव व्यक्त होता है, वह वाक्य विधि सूचक कहलाते हैं। क्रिया के होने या करने का भाव व्यक्त होने के कारण इन्हें विधानार्थी वाक्य भी कहा जाता है।
इसके मुख्य उदाहरण जैसे–
1. राम ने पुस्तक पढ़ी है ।
2. वह गेंद खेलता है ।
3. गीता गाना गाती है ।
4. मोहन ने पढ़ना प्रारंभ किया है ।
5. रामायण धार्मिक ग्रंथ है ।
6. रमेश स्नान कर चुका है ।
7. मोटर अभी गई है।
Explanation:
इन वाक्यों की मुख्य विशेषता यह है कि इन वाक्यों में मुख्य क्रिया का प्रयोग होता है जिससे किसी कार्य के होने का भाव प्रकट हो और किसी कार्य के करने का भाव व्यक्त हो।
यद्यपि अनेक विद्वान विधि सूचक वाक्य में व्यापकता अनेक वृतियों को सम्मिलित करने के पक्ष में है किंतु सूत्र विधि वाक्य चिन्ह ‘चाहिए’ क्रिया है। स्पष्ट है कि हिंदी में विधि सूचक वाक्य में ‘चाहिए’ क्रिया का प्रयोग होता है । ‘चाहिए’ क्रिया की विशेषता यह है कि यह सदैव एक सी रहती है ।यह लिंग वचन पुरुष आदि से प्रभावित नहीं होती है। इसी प्रकार चाहिए से पूर्व आने वाली क्रिया भी ‘ना’ रूप वाली होती है इस प्रकार के वाक्य की संरचना है, जैसे– 1. अध्यापक को पढ़ना चाहिए ।
2. जानवरो पर दया करनी चाहिए।
3.सीता को गीत गाना चहिए।