विधेय एवं उद्देश्य किसे कहते हैं इसकी संरचना कैसे होती है
Answers
वर्ण को भाषा की सबसे छोटी इकाई मानते हैं । इसके और टुकड़े नहीं कर सकते हैं। जब दो या दो से अधिक वर्णो का सार्थक समूह बनता है तो वह सार्थक समूह शब्द कहलाता है।
अर्थात् वर्णों के सार्थक समूह को ही शब्द कहते हैं । शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहा जाता है। वाक्य के इस सार्थक समूह में ही उद्देश्य और विधेय अलग-अलग होता है। इन दोनों का विस्तार भी वाक्य में होता है।
वाक्य के अंग -
वाक्य के मुख्य रूप से दो अंग होते हैं -
उद्देश्य
विधेय
उद्देश्य और विधेय का विश्लेषण जानने के लिए इनके विस्तार को जानना आवश्यक है। हम उद्देश्य और विधेय के बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करेंगे।
उद्देश्य और विधेय - uddesay and vidhey
उद्देश्य और विधेय को विस्तार रूप में हम इस प्रकार सकते हैं -
उद्देश्य - uddesay
किसी भी वाक्य में कर्त्ता ही उद्देश्य होता है अर्थात वाक्य में जिसके संबंध में कहा जाता है उसे उद्देश्य कहते हैं। यदि कर्त्ता के साथ कोई विशेषण शब्द प्रयुक्त होता है तो उसे कर्त्ता का विस्तारक माना जाता है। कर्त्ता का विस्तारक भी उद्देश्य के ही अंतर्गत आता है।
uddesay-in-hindi
उद्देश्य
जैसे राम घर जाता है।
यहां पर केवल राम ही उद्देश्य है।
सुंदर बालक हंसता है ।
यहां पर सुंदर शब्द विशेषण है जो कर्ता का विस्तारक है।
आजकल कोई भी किसी का साथ देने को तैयार है।
मोहन तो सुरेश का भाई है।
वह अच्छा लड़का है।
राधिका का ससुर मेरा भाई है।
विधेय - vidhey
वाक्य में क्रिया के संबंध में जो कुछ भी कहा जाता है उसे विधेय कहते हैं। विधेय के अंतर्गत वाक्य में निहित क्रिया, क्रिया का विस्तारक, कर्म, कर्म का विस्तारक साथ ही पूरक तथा पूरक का विस्तारक को शामिल किया जाता है।
जैसे - राम घर जाता है। यहां जाता है तथा घर विधेय के अंतर्गत आते हैं। यहां क्रिया व कर्म का प्रयोग हुआ है।
vidhey-in-hindi
विधेय
अब हम उद्देश्य और विधेय को उदाहरणों के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं-
उद्देश्य और उसके विस्तार से संबंधित उदाहरण -
मेरे लिए तो सब कुछ आसान है।
राम बाग में जाता है ।
सीता फल खाती है।
अच्छा बालक रोज पढ़ता है।
राम ने रावण को मारा।
गाय घास खा रही है।
मोहन बाजार जा रहा है।
मेरी बहन गीता आज विदेश जाएगी।
Answer:
विधेय क्रिया या वाक्य के भीतर होने को व्यक्त करता है|
Explanation:
विधेय वाक्य के भीतर क्रिया या होने को व्यक्त करता है। सरल विधेय में क्रिया होती है और इसमें संशोधित शब्द, वाक्यांश या खंड भी हो सकते हैं। आदमी / घर बनाता है। विषय और विधेय किसी भी पूर्ण वाक्य के दो बुनियादी संरचनात्मक भाग बनाते हैं।एक विधेय एक वाक्य, या एक खंड का हिस्सा है, जो बताता है कि विषय क्या कर रहा है या विषय क्या है।एक साधारण विधेय केवल मुख्य क्रिया है। प्रत्येक वाक्य में एक मुख्य क्रिया होनी चाहिए, और इसे खोजने का सबसे आसान तरीका एक ऐसे शब्द की तलाश करना है जो क्रिया को दर्शाता हो। यदि वाक्य में कोई क्रिया क्रिया नहीं है, तो सरल विधेय एक "स्थिति" क्रिया होगी|एक पूर्ण विधेय में क्रिया और सभी साथ आने वाले संशोधक और अन्य शब्द होते हैं जो एक सकर्मक क्रिया की क्रिया प्राप्त करते हैं या इसका अर्थ पूरा करते हैं।
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