विविधता में एकता पर कविता
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देशॉे केॅ स्वर्ग बनाय केॅ देखाबोॅ
देशॉे केॅ स्वर्ग बनाय केॅ देखाबोॅसंकल्प लेॅ, आग बढ़ी केॅ देखावोॅ।
देशॉे केॅ स्वर्ग बनाय केॅ देखाबोॅसंकल्प लेॅ, आग बढ़ी केॅ देखावोॅ।पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण मेॅ जश फैलाबोॅ,
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