Hindi, asked by savitrig9122, 7 months ago

व्याघ्रः आसीत्। सः एकदा व्याधेन विस्तारिते जाले
एकस्मिन् वने एक:
बद्धः अभवत्। सः बहुप्रयास
किन्तु जालात् मुक्तः नाभवत्।​

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Answered by getknowledgeart
5

Explanation:

एक बाघ था । वह एक घने जंगल में बहुत बड़े जाल में फस गया। उसने जाल से मुक्त होने के बहुत प्रयास किए। किंतु वह मुक्त नहीं हो पाया ।

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