व्यापारी - मेहनत से कारोबार बढ़ाना - कुछ कारण वश व्यापार में हानि - निराश होकर बगीचे में बैठना - एक वृद्ध का आना - चेक देना - व्यापारी का आत्मविश्वास जागना - मेहनत करना - बिना चेक के पैसों से कारोबार बढ़ाना - एक वर्ष बाद वृद्ध से मिलना - वृद्ध का बताना - बैंक में कुछ भी न होना- व्यापारी चकित- सीख.
Answers
Answer:
इससे यह सीख मिलती है की किसी भी कार्य को करने के लिए आत्मविश्वास बहुत जरूरी है
राहूल का आत्मविश्वास
एक शहर में एक राहूल नाम का व्यापारी रहता था। वह बहुत मेहनत करता था। उसने अपने दम पर और अपनी मेहनत पर उसका कारोबार बढाया। एक बार उसके कारोबार में कुछ गड़बड़ हो गई। जिससे व्यापार में हानि हुई और उसे बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा। वह निराश होकर एक दिन बगीचे मे बैठा था।
तभी कुछ समय पश्चात एक वृद्ध आदमी सामने आया। उस वृद्ध आदमी ने राहुल की समस्या समझी और उसे एक चेक दिया। आश्चर्य की बात यह है कि वह आदमी और कोई नहीं बल्की उसके पिता ये जिसे राहुल पहचान न सका। चेक को देखते ही राहुल का आत्मविश्वास फिर से जाग उठा। वह फिर से और जोर से मेहनत करने लगा।
मेहनत करके उसने अपना कारोबार आगे बढ़ाया और बिना चेक के पैसों से सिर्फ अपनी मेहनत से । एक वर्ष बाद फिर से राहुल की उसी बगीचे में उस वृद्ध से मुलाकात हुई।
राहुल ने उस वृद्ध का आभार प्रकट किया। वृद्ध ने राहुल को बताया कि य इस चेक में कुछ भी पैसा नहीं है। राहुल को यकिन नहीं हुआ, इसलिए वह बैंक में गए। वहाँ पता चला की बैंक मे कुछ भी नहीं है। राहूल चौक गया। फिर उस वृद्ध ने अपना नकाब उतारा और सारी हकिकत उसे बताई। वह फिर से चौक गया। उसने अपने पिका के चरणस्पर्ष किये और दोनो खुशी खुशी घर चले गए।
सीख : किसी भी कार्य को करने के लिए आत्मविश्वास बहुत जरूरी हैं।