व्यक्ति की उन्नति में उसके संस्कारों,शिक्षा एवं सामाजिक परिवेश का योगदन होता है , परंतु आज के समाज में लोगों में प्रगति के लिए स्वार्थपरता एवं अनैतिकता का बोलबाला हो गया है। इस मानसिकता के बढ़ने के कारणों तथा वर्तमान परिवेश में बदलाव लाने हेतु सुझाव देते हुए अपने विचार प्रस्तुत कीजिये।
Answers
Answer:
मेरे हिसाब से इन सब का कारण है समाज में फैला भ्रष्टाचार , अन्याय , चोर-बाजारी |
आज के समय में युवा पीढ़ी का बढ़ता आक्रोश बहुत आम हो गया है | यह आक्रोश बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के कारण बढ़ रहा है | आज की युवा पीढ़ी पढ़ने के बावजूद भी बेरोजगार है | इसी कारण आज की पीढ़ी में आक्रोश पैदा हो रहा और वह गलत काम की और जा रहे है | युवक असंतुष्ट होता है जब उसके सपने साकार नहीं होते। युवक असंतुष्ट होता है जब उसके सपने साकार नहीं होते। जब वह अपनी शक्ति को उपयोगी कार्य में नहीं लगा सकता अर्थात उसे अवसर नहीं मिलता जब युवक अपने चारों और भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को देखता है तब युवक अपने चारों और निर्धनता अशिक्षा तथा भूख मरी को देखता है तो संतुष्ट होता है। आज की समय में युवा पीढ़ी की आत्महत्या संख्या बढ़ती जा रही है |
यही कारण है भ्रष्टाचार और बेरोजगारी लेकर है, ज्यादा रोष एवं बढ़ता आक्रोश युवाओं में जब तक यह सब बेरोजगार खत्म नहीं हो जाता है |
बदलाव लाने हेतु सुझाव
सब में बदलाव तभी होगा जब भ्रष्टाचार , अन्याय , चोर-बाजारी आदि बंद होगा लोग ईमानदारी के रास्ते पर चलना शुरू कर देंगे सब पहले जैसा हो जाएगा | सब अपनी मेहनत से आगे बढ़े |