Hindi, asked by hasini1767, 4 months ago

व्यकित ने गज्जन की कैरी मदद की?​

Answers

Answered by adil589
1

Answer:

मक

बि

अति परिचय ते होत है, अरुचि, अनादर भाय।

मलयगिरि की भीलनी, चंदन देत जराय।।

करै बुराई सुख चहै, कैसे पावै कोय।

रोपै बिरवा नीम को, आम कहाँ ते होय।।

रहिमन नीचन संग बसि, लगत कलंक न काहु।

दूध कलारिन हाथ लखि, मद समुझे सब ताहु।।

जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिए ग्यान।

मोल करो तलवार का, पड़ा रहन दो म्यान।।

सुख के माथे सिल परै, नाम हृदय से जाय।

बलिहारी वा दुक्ख की, पल-पल नाम जपाय।।

कनक कनक ते सौ गुनी, मादकता अधिकाय।

या खाए बौरात मन, वा पाए

बौराय।।

करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान।

रसरी आवत-जात ते, सिल पर परत

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