वफादार कुत्ता पूरी कहानी
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जब भी वफादारी की बात होती है तो कुत्तों की मिसाल दी जाती है। एक ऎसे ही कुत्ते की वफादारी की घटना चेन्नई में देखने को मिली है।
चेन्नई। जब भी वफादारी की बात होती है तो कुत्तों की मिसाल दी जाती है। एक ऎसे ही कुत्ते की वफादारी की घटना चेन्नई में देखने को मिली है।
उसके 18 वर्षीय मालिक की मौत एक सड़क दुर्घटना में 24 दिन पहले हो गई। तब उसे घर के पास ही दफना दिया गया। वह दुनिया से विदा तो हो गया लेकिन पांच साल पहले उसने जिस कुत्ते को अपनाया था, उसे "बिलखता" छोड़ गया।
सड़क पर तेज रफ्तार से चलते वाहनों के शोर में उस वफादार जानवर के चिल्लाने और रोने की आवाज गुम हो जाती। लेकिन वह भूखे-प्यासे, दिन-रात अपने मालिक की कब्र पर लगभग 15 दिनों तक बैठा रहा।
वह कभी भोंकता, रोता तो कभी कब्र पर अपने पैरों से लकीरें खींचता, मानो जैसेे अपने मालिक को आवाज लगा रहा हो। उसे क्या पता था कि उसका मालिक उस चिर निद्रा में सो गया है, जिसमें उसके भोंकने और रोने की आवाजें उसे नहीं सुनाई देगी।
उस 18 वर्षीय लड़के के शव को दफनाकर सभी चले गए लेकिन वह कुत्ता धूप, गर्मी और बारिश में 15 दिनों तक वहीं पर रहा। एक संस्था के प्रबंधक डान विलियम्स ने बताया कि अवदी पुल के नीचे कब्र के पास उन लोगों ने कुत्ते को देखा। जब उन लोगों ने उसे कब्र के पास से ले जाने की कोशिश की तो वह गुर्राने लगा। वह कब्र पर पंजे से खरोचने लगा।
फिर उन लोगों ने आसपास के लोगों से पता किया। तब एक स्थानीय युवक ने बताया कि वह भास्कर का कुत्ता है। भास्कर की दो अगस्त को सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उसकी 50 वर्षीय मां सुंदरी एक मजदूर है। वह यहीं पास में रहती है।
उसके बाद विलियम्स और उनके साथी संुदरी से मिले और कुत्ते के बारे में बताया। उसने बताया कि टॉमी को उसका बेटा 5 साल पहले लाया था। उसकी मौत के बाद से टॉमी गायब हो गया था। वह उन लोगों के साथ कब्र के पास पहुंची तो कुत्ता उसके पास आकर जमीन पर पंजों से खरोचने लगा। सुंदरी टॉमी को पकड़ क र रोने लगी।
उसने कहा कि बेटे के जाने के बाद अब टॉमी ही उसके जीवन का आसरा है।
Answer:
एक रात एक चोर एक घर में आया। वह घर-कुत्ते को चकमा देने के लिए अपने साथ मांस के कई टुकड़े ले आया। चोर घर में घुसा और घर-कुत्ते को देखा। फिर उसने उस पर मांस के टुकड़े फेंके। इस चालाकी पर, कुत्ते ने कहा,
"यदि आपको लगता है कि मांस के इस टुकड़े को फेंकने से आप मुझे बेवकूफ बना सकते हैं, तो आप गलत हैं!"
चोर समझ जाता है की कुत्ता बहुत वफादार है। चोर कुत्ते पर मांस का एक और टुकड़ा फेंकता है। कुत्ता मांस का टुकड़ा नहीं उठाता है। और जवाब देता है,
"मैं एक वफादार घर-कुत्ता हूं! आप मुझे बेवकूफ नहीं बना सकते और ना ही मेरे मालिक को नुकसान पहुंचा सकते हैं!"
जैसे ही कुत्ते ने अपनी बात पूरी की, उसने तुरंत चोर पर हमला किया। चोर घबरा गया और कुछ ही देर में खिड़की से बाहर भाग गया। घर के मालिक कुत्ते की आवाज सुनकर जाग गए। वह कमरे से बाहर आया और घटना की जानकारी ली। तब उन्होंने अपने कुत्ते की प्रशंसा की और उन्हें इनाम के रूप में खाने के लिए दो और मांस दिए।
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Moral of the Story:-
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि जो व्यक्ति हमें लालच देता है, वो कभी ईमानदार नहीं होता है! उस पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए!