वह मानव-शरीर व्यर्थ है जो सज्जनों और गुरुजनों के सम्मुख नहीं झुक्ता ' यह कथन किसने कहा ?
Answers
Answered by
3
Answer:
हैं तो मुझे भी देखने गया बदतरी ौकररकरपप रसपनमदुददुतुुु हूह बीत है तो नहीं हो बस मिट के बाद
Similar questions