वह शक्ति हमें दो दयानिधे!
कर्तव्य मार्ग पर डट जाएँ।
पर-सेवा, पर-उपकार में हम,
जग-जीवन सफल बना जाएँ।
हम दीन-हीन, निबलों-विकलों के,
सेवक बन संताप हरें।
जो हैं अटके, भूले-भटके,
उनको तारें, खुद तर जाएँ।
छल, दंभ, द्वेष, पाखंड-झूठ,
अन्याय से निशिदिन दूर रहें।
जीवन हो शुद्ध-सरल अपना,
शुचि प्रेम सुधा-रस बरसाएँ।
निज आन-बान, मर्यादा का,
प्रभु ध्यान रहे, अभिमान रहे।
जिस देश-जाति में जन्म लिया,
बलिदान उसी पर हो जाएँ।
मुरारी
Yahan per jitne log yah poem Dekh Rahe Hain aapko yah voice record karke mere pass bhejna hai lekin aap Keval voice recording se bhejenge you have talent then you give
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Answer:
वह शक्ति हमें दो दयानिधे!
वह शक्ति हमें दो दयानिधे!कर्तव्य मार्ग पर डट जाएँ।
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Explanation:
hamen hamen aapki baat samajh mein nahin aaye agar aap se aur thoda acche se samjha aaenge to Ham kuchh kar sakte hain
yah yah aapane a pura naam nahin likha hai kabhi ka aur kabhi ka pura naam hai murari Lal Sharma
to to kripya karke aap isase aur thoda acche se samjha to Ham kuchh kar sakte hain.
aur han agar aap mere profile ko dekh rahe hain to kripya karke ek 50. point Wala question dalen