Hindi, asked by sudheerpatidar013, 4 months ago

वह तोड़ती पत्थर कविता में निराला जी की स्त्री विषयक पर दृष्टि डालें​

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Answered by riyasth
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महाकवि निराला की प्रसिद्ध कविता ‘तोड़ती पत्थर’ के कई पाठ हुए (reading) हैं. दलित साहित्यकार कंवल भारती ने ‘श्याम तन,भर बंधा यौवन’ को लेकर सवाल उठाये और इसे पुरुष की लोलुप दृष्टी से जोड़ा. आलोचक कर्ण सिंह चौहान ने समालोचन में ही प्रकाशित अपने एक लेख में इस कविता को फिर से देखने की कोशिश की है जिसपर तमाम प्रश्न उठे.

शिव किशोर तिवारी ने इस कविता को फिर उलटा–पलटा है. देखिये यह पाठ कितना तार्किक, कितना सार्थक बन पड़ा है.  

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