वक्त से लड़कर अपना नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे, कल क्या होगा उसकी कबी ना सोचो, क्या पता कल वक्त खुद अपनी लकीर बदल दे…
Answers
Answered by
1
कुठले आहात तुम्ही हे शायरी मध्ये सांगू शकाल का
Similar questions